हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति ने नाजायज खर्च पर लगाई रोक
हर खर्च पर होगी गंभीरता से समीक्षा
हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति ने स्पष्ट किया है कि किसी भी प्रकार का नाजायज खर्च नहीं होने दिया जाएगा। समिति के प्रधान जत्थेदार जगदीश सिंह झींडा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हर खर्च पर गंभीरता से विचार किया जाएगा और उसके बाद ही मंजूरी दी जाएगी। चुनाव के बाद पहली बार आम बजट पर सभी बिंदुओं पर चर्चा की जाएगी।
अगर किसी भी प्रकार का नाजायज खर्च पाया गया, तो उसे बजट से हटा दिया जाएगा। इस अवसर पर हरियाणा समिति के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे, जिनमें बलविंदर सिंह भिंडर, कुलदीप सिंह मुल्तानी, इंदरजीत सिंह, और अन्य शामिल थे।
आम बजट की बैठक 25 जून को
जत्थेदार जगदीश सिंह झींडा ने बताया कि 25 जून को ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब में आम बजट की बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें सभी 49 सदस्य शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि आम बजट को पास करने से पहले पूरी बहस की जाएगी। इसके अलावा, चुनाव के बाद पिछले तीन महीनों में 25 करोड़ रुपये की एफडी का भी उल्लेख किया गया।
उन्होंने कहा कि वीआईपी संस्कृति और अनावश्यक खर्चों पर रोक लगाकर यह संभव हुआ है, जिसमें संगत का भी पूरा सहयोग मिला है।
नाजायज खर्च पर रोक लगाना है मुख्य उद्देश्य
जत्थेदार ने कहा कि हरियाणा समिति का मुख्य उद्देश्य नाजायज खर्चों पर रोक लगाना है। उन्होंने स्पष्ट किया कि गुरु घर की गौलक का उपयोग धर्म प्रचार, शिक्षा, और समाज सेवा के लिए किया जाएगा। इसके अलावा, अहमदाबाद में हवाई जहाज में अकाल मृत्यु के शिकार हुए लोगों की आत्मिक शांति के लिए भी अरदास की गई।