हापुड़ में मुठभेड़: कुख्यात अपराधी डब्लू यादव ढेर, जानें पूरी कहानी
बिहार के कुख्यात अपराधी का अंत
रविवार को उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में एक महत्वपूर्ण ऑपरेशन के दौरान, बिहार के notorious अपराधी डब्लू यादव को पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया गया। डब्लू यादव बेगूसराय का निवासी था और उस पर हत्या, डकैती, और लूट सहित 24 गंभीर आपराधिक मामलों का आरोप था। वह हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रखंड अध्यक्ष राकेश कुमार के अपहरण और हत्या का मुख्य आरोपी था।
संयुक्त कार्रवाई से मिली सफलता
इस एनकाउंटर को यूपी एसटीएफ, बिहार पुलिस और हापुड़ के सिंभावली थाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है। डब्लू यादव की गिरफ्तारी पर बिहार पुलिस ने 50 हजार रुपये का इनाम रखा था।
राकेश कुमार का अपहरण और हत्या
करीब दो महीने पहले, बेगूसराय के ज्ञानडोल कमाल थाना क्षेत्र से राकेश कुमार का अपहरण कर उनकी हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद, स्थानीय लोगों ने राष्ट्रीय राजमार्ग 31 पर प्रदर्शन किया और पुलिस की लापरवाही पर सवाल उठाए। राकेश की मां, शकुंतला देवी, ने डब्लू यादव को इस अपराध का जिम्मेदार ठहराते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की थी।
दूसरा आरोपी गौरव की गिरफ्तारी
राकेश हत्याकांड में शामिल एक अन्य आरोपी गौरव को मानेसर क्राइम ब्रांच ने गुरुग्राम के सेक्टर 37 डी से गिरफ्तार किया था। गौरव पर भी 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था।
पुलिस से मुठभेड़ की घटना
बिहार पुलिस और यूपी एसटीएफ को सूचना मिली थी कि डब्लू यादव हापुड़ के सिंभावली क्षेत्र में छिपा हुआ है। सूचना मिलते ही, नोएडा एसटीएफ, बिहार पुलिस और स्थानीय पुलिस ने इलाके को घेर लिया। जब पुलिस ने उसे सरेंडर करने के लिए कहा, तो डब्लू यादव ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में वह गंभीर रूप से घायल हो गया और अस्पताल ले जाने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया।
व्यापारियों को निशाना बनाने की योजना
पुलिस के अनुसार, डब्लू यादव हापुड़ के कुछ प्रमुख व्यापारियों को अपना अगला लक्ष्य बनाने की योजना बना रहा था। लेकिन उससे पहले ही उसे मार गिराया गया।
हथियारों का जखीरा बरामद
पुलिस ने मौके से अवैध पिस्टल, तमंचा और कई कारतूस बरामद किए हैं। बिहार पुलिस ने बताया कि डब्लू यादव लंबे समय से फरार था और वह राज्य के विभिन्न जिलों में सक्रिय गैंग का हिस्सा रहा है।