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हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से आई बाढ़, राहत कार्य जारी

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में भारी बारिश और बादल फटने से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इस आपदा में तीन लोगों की जान चली गई है, जबकि एक महिला लापता है। राहत कार्य जारी है, जिसमें NDRF और अन्य विभाग शामिल हैं। प्रभावित क्षेत्रों में यातायात बाधित है और सरकार ने प्रभावित परिवारों को सहायता देने का आश्वासन दिया है। मौसम विभाग ने ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। जानें पूरी जानकारी इस लेख में।
 

हिमाचल में बाढ़ का कहर

हिमाचल प्रदेश में बाढ़: मंडी जिले में सोमवार शाम से शुरू हुई मूसलधार बारिश और बादल फटने की घटनाओं ने व्यापक तबाही मचाई है। इस आपदा में तीन लोगों की जान चली गई है, एक व्यक्ति घायल है और एक महिला लापता है। बारिश के कारण नालों का जलस्तर बढ़ गया, जिससे बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई और शहर के कई क्षेत्रों में पानी और मलबा भर गया।


प्रभावित क्षेत्र

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र जेल रोड, सैणी मोहल्ला और जोनल अस्पताल के आसपास के इलाके हैं। यहां तीन लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि एक महिला और उसका बेटा घायल हैं, जिनका इलाज जोनल अस्पताल में चल रहा है। एक अन्य महिला अब भी लापता है।


राहत कार्य जारी

राहत एवं बचाव कार्य जारी

राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और पुलिस के साथ होमगार्ड्स राहत कार्य में जुटे हुए हैं। अब तक 15 से 20 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। सार्वजनिक निर्माण, जल शक्ति और बिजली विभाग की टीमें भी मलबा हटाने और सेवाओं को बहाल करने में लगी हुई हैं।


यातायात पर असर

यातायात बाधित

आपदा के कारण विपाशा सदन में एक राहत शिविर स्थापित किया गया है। कई परिवार अस्थायी शिविरों या रिश्तेदारों के घरों में शरण ले रहे हैं। राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (SEOC) के अनुसार, प्रदेशभर में 358 सड़कों पर यातायात प्रभावित हुआ है, जिनमें से 259 केवल मंडी जिले में हैं। इसके अलावा, 182 ट्रांसफार्मर और 179 जलापूर्ति योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं। चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग NH-21 पर मंडी और कुल्लू के बीच कई स्थानों पर भारी नुकसान हुआ है।


सरकार की सहायता

प्रभावित परिवारों को सहायता

मंडी सदर सबडिवीजन में सड़कें अवरुद्ध होने के कारण स्कूल, कॉलेज और आंगनवाड़ी केंद्र मंगलवार को बंद रहे। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस त्रासदी पर गहरा दुख व्यक्त किया और अधिकारियों को प्रभावित परिवारों को त्वरित सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए। विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने भी मंडी में आई आपदा पर चिंता जताई।


मौसम का अलर्ट

ऑरेंज अलर्ट जारी

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मंडी, कुल्लू और कांगड़ा के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया है, जबकि शिमला, सिरमौर और चंबा सहित कई जिलों के लिए 'येलो अलर्ट' जारी किया गया है। लोगों को ब्यास नदी और इसकी सहायक नदियों से दूर रहने की सलाह दी गई है, जो खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। 20 जून से शुरू हुए मानसून के बाद से हिमाचल में अब तक 94 लोगों की मौत, 36 लापता और 1,350 से अधिक मकानों को नुकसान हुआ है। कुल क्षति ₹1,539 करोड़ से अधिक हो चुकी है।