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हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन से मची तबाही, 6 लोगों की मौत

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के सुंदरनगर में मंगलवार को आए भूस्खलन ने भारी तबाही मचाई है, जिसमें 6 लोगों की जान चली गई। राहत और बचाव कार्य जारी है, जबकि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस त्रासदी पर गहरा दुख व्यक्त किया है। घटनास्थल पर सेना और एनडीआरएफ की टीमें सक्रिय हैं। जानें पूरी जानकारी इस घटना के बारे में।
 

सुंदरनगर में भूस्खलन की घटना

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के सुंदरनगर में मंगलवार शाम को आए भीषण भूस्खलन ने व्यापक नुकसान किया है। इस घटना में अब तक 6 लोगों की जान जा चुकी है।


मंडी के जंगम बाग बीबीएमबी कॉलोनी में पहाड़ी के दरकने से दो घर मलबे में दब गए, जिसके परिणामस्वरूप ये मौतें हुईं।


सूत्रों के अनुसार, राहत और बचाव कार्य के दौरान मलबे से तीन और शव निकाले गए हैं। इनमें सुरेंद्र कौर और उनके बेटे गुरप्रीत सिंह शामिल हैं, जिनके शव घर के मलबे में दबे हुए थे। इन्हें छत काटकर निकाला गया।


एक अन्य शव, जो स्कूटर के साथ मलबे में दबा था, प्रकाश शर्मा के रूप में पहचाना गया। सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए सुंदरनगर अस्पताल भेजा गया है।


इस बीच, घटनास्थल पर सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत कार्य में जुटी हुई हैं। मलबे में एक टाटा सूमो गाड़ी के दबे होने की सूचना है, जिसका कुछ हिस्सा बरामद किया गया है। गाड़ी में सवार लोगों की तलाश अभी भी चल रही है।


भारी बारिश के बावजूद, चार से पांच जेसीबी मशीनों और स्थानीय लोगों की मदद से मलबा हटाने का कार्य जारी है। मलबे में दबे अन्य लोगों को निकालने के लिए राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहा है।


हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भूस्खलन की घटनाओं पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में लगातार हो रही भारी बारिश और भूस्खलन ने जनजीवन को गंभीर रूप से प्रभावित किया है।


उन्होंने कहा कि इस त्रासदी में कई लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है। इस दुखद समय में मेरी संवेदनाएं शोक-संतप्त परिवारों के साथ हैं। यह हम सभी के लिए अत्यंत पीड़ादायक समय है।


मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि आपदा के कारण कई क्षेत्रों में स्थिति अभी भी गंभीर है। किन्नौर के वांगटू में रुकी गाड़ियों पर पत्थर गिरने से भारी नुकसान हुआ है। आज भी नदी-नाले उफान पर हैं, कई सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं और कुछ स्थानों से भूस्खलन की भी खबरें आई हैं। राज्य सरकार और राहत दल दिन-रात राहत कार्यों में जुटे हुए हैं।


उन्होंने सभी से अनुरोध किया कि प्रशासन द्वारा जारी एडवाइजरी का पालन करें। ये निर्देश आपकी सुरक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। जोखिम भरे स्थानों की ओर न जाएं और अनावश्यक यात्रा से बचें।