हिमाचल में नशे के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने के लिए पाठ्यक्रम में अध्याय जोड़ा जाएगा
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का महत्वपूर्ण ऐलान
शिमला- हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गुरुवार को बताया कि राज्य सरकार मादक पदार्थों के दुरुपयोग के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए स्कूली पाठ्यक्रम में एक नया अध्याय शामिल करने जा रही है।
सुक्खू ने आज यहां अंतरराष्ट्रीय दिवस के अवसर पर आयोजित एक समारोह में कहा कि समाज के सभी वर्गों से अपील की गई है कि वे प्रदेश को नशा मुक्त बनाने के लिए इस अभियान में शामिल हों। उन्होंने कहा कि हमारे युवा देश का भविष्य हैं और एक समृद्ध भारत का सपना तभी साकार होगा जब युवा स्वस्थ, सशक्त और ऊर्जावान हों। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी सरकार ने मादक पदार्थों के दुरुपयोग और तस्करी के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई है और नशा तस्करी में शामिल लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा रही है।
सुक्खू ने यह भी कहा कि नशा मुक्ति की प्रक्रिया से गुजर रहे लोगों को रोजगार और कौशल विकास के माध्यम से मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया जा रहा है। इसी दिशा में सिरमौर जिले के कोटला-बड़ोग में 5.34 करोड़ रुपये की लागत से 100 बिस्तरों की क्षमता वाला एक आधुनिक नशा मुक्ति केंद्र स्थापित किया जा रहा है, जिसका निर्माण कार्य शुरू हो चुका है।