हेपेटाइटिस: समय पर पहचान और रोकथाम की आवश्यकता
विशेष जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन
- विश्व हेपेटाइटिस दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया
(Happetite disease) गुरुग्राम। विश्व हेपेटाइटिस दिवस के अवसर पर, जिला स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को डुंडाहेड़ा में सोस्वा एनजीओ परिसर में एक विशेष जागरूकता और स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया। इस वर्ष की थीम 'हेपेटाइटिस: लेट्स ब्रेक इट डाउन' थी, जिसके अंतर्गत ट्रांसजेंडर और सेक्स वर्करों को हेपेटाइटिस बी का टीका लगाया गया। इसके साथ ही, हेपेटाइटिस बी, सी और एचआईवी की स्क्रीनिंग भी की गई।
हेपेटाइटिस के प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता
जागरूकता कार्यक्रम में डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. जे.पी. राजलीवाल ने बताया कि हेपेटाइटिस एक साइलेंट किलर है, और इसकी समय पर पहचान एवं रोकथाम बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि हेपेटाइटिस बी का टीका पूरी तरह सुरक्षित और प्रभावी है, और सभी संवेदनशील वर्गों को इसका लाभ उठाना चाहिए। डॉ. राजलीवाल ने लोगों से नियमित जांच कराने की अपील की।
हेपेटाइटिस बी और सी के लक्षणों पर जानकारी
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कार्यक्रम में हेपेटाइटिस बी और सी की रोकथाम, सावधानियों, लक्षणों और बचाव के तरीकों पर विस्तार से जानकारी दी। प्रतिभागियों को संक्रमण से बचाव के लिए आवश्यक स्वास्थ्य आदतें अपनाने के लिए प्रेरित किया गया। इस अवसर पर डॉ. अपीला, डॉ. शाइली और सोस्वा संस्था के श्रीकांत ने भी उपस्थित लोगों को हेपेटाइटिस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी।