हैदराबाद में इंडिगो उड़ान का पक्षी से टकराव, सभी यात्री सुरक्षित
हैदराबाद में इंडिगो उड़ान की सुरक्षा
हैदराबाद: कोलकाता से तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (शमशाबाद) के लिए उड़ान भर रही इंडिगो की एक फ्लाइट सोमवार को पक्षी से टकरा गई। यह घटना उड़ान के दौरान हुई, लेकिन अनुभवी पायलट ने त्वरित निर्णय लेकर विमान को सुरक्षित रूप से हैदराबाद एयरपोर्ट पर उतारने में सफलता प्राप्त की। विमान में मौजूद सभी 118 यात्री और क्रू सदस्य पूरी तरह से सुरक्षित हैं।
एयरपोर्ट के अधिकारियों के अनुसार, पक्षी टकराव की सूचना मिलते ही पायलट ने सभी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया। उन्होंने एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) को तुरंत स्थिति की जानकारी दी और आपातकालीन लैंडिंग की तैयारी की। लैंडिंग के बाद विमान की गहन तकनीकी जांच की गई, जिसमें इंजन और अन्य महत्वपूर्ण हिस्सों की स्थिति का मूल्यांकन किया गया। जांच में किसी गंभीर क्षति की पुष्टि नहीं हुई, जिससे यात्रियों को राहत मिली।
पक्षी टकराव की सामान्य घटनाएं
पक्षी टकराव की घटनाएं
पक्षी टकराव (बर्ड स्ट्राइक) विमानन क्षेत्र में एक सामान्य लेकिन गंभीर समस्या है। भारत में एयरपोर्ट्स के आसपास पक्षियों की संख्या में वृद्धि के कारण ऐसी घटनाएं अक्सर होती रहती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, उड़ान भरते या उतरते समय कम ऊंचाई पर यह खतरा अधिक होता है। हालांकि, आधुनिक विमानों को ऐसे टकरावों का सामना करने के लिए डिजाइन किया गया है और पायलटों को इस संबंध में कड़ी ट्रेनिंग दी जाती है।
यह घटना हाल ही में हुई एक अन्य घटना की याद दिलाती है। अक्टूबर में, श्रीलंका की राजधानी कोलंबो से चेन्नई जा रही एयर इंडिया की उड़ान में भी पक्षी टकराव हुआ था। उस विमान में 158 यात्री सवार थे और लैंडिंग के करीब पहुंचते समय यह हादसा हुआ। जांच में पक्षी के अवशेष मिले, लेकिन सभी यात्री सुरक्षित उतरे। किसी को चोट नहीं आई और विमान को आगे की उड़ान के लिए रोककर पूरी जांच की गई।
ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए भारतीय विमानन नियामक डीजीसीए (DGCA) एयरपोर्ट्स पर वाइल्डलाइफ हेजार्ड मैनेजमेंट प्लान लागू करता है। इसमें पक्षियों को भगाने के उपकरण, कचरा प्रबंधन और आसपास के क्षेत्र में पक्षियों को आकर्षित करने वाले कारकों को कम करना शामिल है। फिर भी, प्रकृति की अनिश्चितता के कारण पूर्ण रोकथाम मुश्किल है।