हैदराबाद में हत्या की बढ़ती घटनाएं: पुलिस ने सुरक्षा बढ़ाई और विशेष टीम बनाई
हैदराबाद में हत्या की घटनाओं से दहशत
तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में हाल के दिनों में हत्या की घटनाओं में वृद्धि ने स्थानीय निवासियों में भय का माहौल बना दिया है। पिछले दो हफ्तों में शहर के विभिन्न हिस्सों से कम से कम नौ हत्याओं की रिपोर्ट आई है, जिससे पुलिस की चुनौतियाँ बढ़ गई हैं। इन घटनाओं के मद्देनजर, पुलिस ने एक एडवाइजरी जारी की है और सुरक्षा उपायों को कड़ा किया है। इसके साथ ही, एक 40 सदस्यीय विशेष टीम का गठन किया गया है, जो संवेदनशील क्षेत्रों में गश्त कर रही है।
विशेष टीम की गश्त
बालापुर पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर सुधाकर के नेतृत्व में, यह टीम रात के समय संदिग्ध इलाकों में निगरानी और जांच कर रही है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस संदिग्ध गतिविधियों और व्यक्तियों पर ध्यान दे रही है। इंस्पेक्टर सुधाकर ने जनता से अपील की है कि जब तक अत्यावश्यक न हो, लोग रात में घर से बाहर न निकलें।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो
पुलिस की गश्त और कार्रवाई का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है। इस वीडियो में पुलिसकर्मी रात के समय वाहन चालकों को रोककर उनकी जांच करते हुए और संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ करते हुए दिखाई दे रहे हैं। पुलिस रात में बाहर निकलने वाले लोगों को एहतियातन रोककर उन्हें स्थिति की गंभीरता के बारे में समझा रही है।
संदिग्ध इलाकों में सुरक्षा बढ़ाई गई
हैदराबाद पुलिस ने उन क्षेत्रों में सुरक्षा को बढ़ा दिया है, जहां हिंसक अपराधों की संभावना अधिक है। अधिकारियों का कहना है कि हर संदिग्ध गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जा रही है और सुरक्षा उपायों को भी मजबूत किया गया है।
रोहिंग्या कैंप में हत्या की घटना
बालापुर के रोहिंग्या कैंप से हाल की एक गंभीर घटना सामने आई है। 17 दिसंबर की रात लगभग 1:30 बजे, एक 19 वर्षीय रोहिंग्या युवक की आपसी विवाद के चलते चाकू से हत्या कर दी गई। रिपोर्ट के अनुसार, यह वारदात उसी समुदाय के एक अन्य व्यक्ति द्वारा की गई थी। आरोपी ने पीड़ित पर 19 बार चाकू से वार किया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
इससे पहले नवंबर में केएसआर नगर इलाके में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था, जहां 37 वर्षीय महिला कृष्णावेणी की उनके पति ने घरेलू विवाद के चलते हत्या कर दी। इन घटनाओं के बाद नेताओं ने भी हिंसा की निंदा की है और सभी से शांति और संवाद के माध्यम से विवादों को सुलझाने की अपील की है।