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2025 का अद्भुत पूर्ण चंद्रग्रहण: जानें कब और कैसे देखें

2025 का पूर्ण चंद्रग्रहण 7 सितंबर को होगा, जो 2022 के बाद सबसे लंबा है। यह चंद्रग्रहण भारत के सभी हिस्सों में दिखाई देगा, लेकिन इसे देखने के लिए साफ मौसम और चांद की ऊंचाई महत्वपूर्ण है। जानें कब और कहां से इस अद्भुत खगोलीय घटना का आनंद लिया जा सकता है।
 

पूर्ण चंद्रग्रहण का समय और विशेषताएँ

2025 का सबसे बड़ा खगोलीय घटना 7 सितंबर को होने वाला पूर्ण चंद्रग्रहण है, जो 2022 के बाद सबसे लंबा होगा। इस दौरान, चांद लगभग 82 मिनट तक पूरी तरह से पृथ्वी की छाया में रहेगा, जो खगोल प्रेमियों के लिए एक अद्भुत अनुभव होगा। यदि आप इस अद्भुत दृश्य का आनंद लेना चाहते हैं, तो जानें कि इसे कहां से सबसे अच्छे तरीके से देखा जा सकता है।


यह चंद्रग्रहण भारत के सभी हिस्सों में दिखाई देगा, लेकिन इसे स्पष्ट और सुंदर तरीके से देखने के लिए आपको उन स्थानों पर होना चाहिए जहां मौसम साफ हो और चांद आकाश में ऊंचाई पर हो।


ग्रहण का समय और दृश्य

भारत में यह चंद्रग्रहण भारतीय समयानुसार रात 8:58 बजे से शुरू होगा। चांद रात 11:00 बजे से 12:22 बजे तक पूरी तरह से पृथ्वी की छाया में डूब जाएगा, और इस दौरान यह लाल-नारंगी रंग में चमकता हुआ दिखाई देगा। यही वह समय होगा जब 'ब्लड मून' का अनुभव सबसे शानदार होगा। इसके बाद, रात 1:25 बजे, ग्रहण समाप्त हो जाएगा।


इस अद्भुत खगोलीय घटना को देखने के लिए रात 11:00 बजे से 12:22 बजे तक का समय सबसे उपयुक्त रहेगा।


चंद्रग्रहण की विशेषताएँ

चंद्रग्रहण तब होता है जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है, जिससे चांद पूरी तरह से पृथ्वी की छाया में आ जाता है। इस दौरान चांद का रंग लाल-नारंगी हो जाता है, जिसे 'ब्लड मून' कहा जाता है। यह ग्रहण भारत में समान समय पर देखा जा सकेगा, लेकिन चांद की ऊंचाई और मौसम की स्थिति के आधार पर यह हर स्थान पर अलग-अलग तरीके से दिखाई देगा।


सर्वश्रेष्ठ दृश्य स्थान

ग्रहण का सबसे बेहतरीन दृश्य भारत के पूर्वी हिस्से में देखने को मिलेगा, विशेषकर पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार और झारखंड में। इन स्थानों पर साफ मौसम और चांद की ऊंचाई के कारण ग्रहण का नजारा सबसे प्रभावशाली होगा। खासकर पश्चिम बंगाल के कोलकाता में चांद रात के समय काफी ऊंचाई पर होगा, जिससे यहां के लोग बिना किसी रुकावट के इस अद्भुत दृश्य का आनंद ले सकेंगे।


दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु और जबलपुर जैसे बड़े शहरों में भी यह चंद्रग्रहण पूरी तरह से देखा जा सकेगा। हालांकि, यहां चांद की ऊंचाई थोड़ी कम हो सकती है, लेकिन फिर भी यह घटना खास होगी।


यदि आप पहाड़ी इलाकों में हैं, जैसे हिमाचल प्रदेश या उत्तराखंड, तो यहां के लोग इस ग्रहण को बहुत अच्छे तरीके से देख सकते हैं, बशर्ते मौसम साफ हो। इन स्थानों पर हवा और आसमान की साफ स्थिति ग्रहण के दृश्य को और भी दिलचस्प बना सकती है।