Donald Trump की गाजा शांति योजना: क्या हमास करेगा समर्थन?
गाजा में शांति की दिशा में ट्रंप का प्रयास
Donald Trump Gaza Peace Plan : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इजरायल और हमास के बीच लंबे समय से चल रहे संघर्ष को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने गाजा पीस प्लान नामक एक महत्वाकांक्षी योजना तैयार की है, जिसे गाजा पट्टी में स्थायी समाधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। हालांकि, हमास की ओर से इस प्रस्ताव पर असमंजस की स्थिति बनी हुई है, जिसमें कभी समर्थन तो कभी विरोध के संकेत मिल रहे हैं, जिससे यह योजना अधर में लटकी हुई प्रतीत हो रही है.
तुर्की की मध्यस्थता की महत्वपूर्ण भूमिका
ट्रंप प्रशासन ने मध्यस्थता के लिए तुर्की से संपर्क किया है। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैय्यप एर्दोगन ने पुष्टि की है कि ट्रंप ने उनसे हमास को समझाने और इस प्रस्ताव को बिना शर्त स्वीकार करवाने में मदद मांगी है। एर्दोगन ने बताया कि वे लगातार हमास के संपर्क में हैं और उन्हें समझा रहे हैं कि इस योजना में फिलिस्तीनी जनता की भलाई निहित है. उन्होंने यह भी कहा कि ट्रंप से फोन वार्ता और अमेरिकी दौरे के दौरान इस मुद्दे पर गहन चर्चा हुई थी, जिसके बाद तुर्की ने हमास के साथ संवाद शुरू किया.
शांति प्रस्ताव पर वार्ता
इस प्रक्रिया में मिस्र की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। शर्म अल-शेख में इजरायल और हमास के बीच अप्रत्यक्ष वार्ता चल रही है, जिसमें ट्रंप के 20 प्वॉइंट्स वाले शांति प्रस्ताव पर चर्चा की जा रही है। इस वार्ता में तुर्की की इंटेलिजेंस एजेंसी के प्रमुख इब्राहिम कालिन भी शामिल रहे, जिससे यह स्पष्ट होता है कि तुर्की इस मिशन को गंभीरता से ले रहा है.
अमेरिकी प्रस्ताव पर हमास के संकेत
हालांकि हमास ने अमेरिका के प्रस्ताव को लेकर सकारात्मक संकेत दिए हैं, लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया है कि कुछ बुनियादी शर्तों के बिना इस सौदे को स्वीकार करना संभव नहीं है। इन शर्तों में इजरायली बंधकों और फिलिस्तीनी कैदियों की अदला-बदली शामिल है, जिसकी सूची हमास ने पहले ही वार्ता में सौंप दी है. हमास का कहना है कि गाजा की जनता की पीड़ा और आत्मसम्मान को ध्यान में रखे बिना कोई भी समझौता टिकाऊ नहीं हो सकता.
गाजा में तबाही का मंजर
इस बीच, गाजा में इजरायली हमलों से भारी तबाही हुई है। पिछले दो वर्षों की लड़ाई ने इस क्षेत्र को पूरी तरह से खंडहर में बदल दिया है। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार, अब तक गाजा में 67,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं। रिपोर्ट यह भी बताती है कि इस संघर्ष ने गाजा को लगभग सात दशक पीछे धकेल दिया है, और मलबा हटाने में ही 21 साल लग सकते हैं. ये आंकड़े क्षेत्र की भयावह स्थिति और वहां मानवीय संकट की गहराई को दर्शाते हैं.
गाजा पीस योजना का उद्देश्य
डोनाल्ड ट्रंप की गाजा पीस योजना, हमास और इजरायल के बीच युद्धविराम का प्रयास है, लेकिन जमीनी हकीकतें और राजनीतिक जटिलताएं इसे एक कठिन चुनौती बना रही हैं। तुर्की की मध्यस्थता और मिस्र की मेजबानी में हो रही वार्ताओं से उम्मीदें बंधी हैं, लेकिन हमास की शर्तों और गाजा की विनाशकारी स्थिति को देखते हुए इस योजना की सफलता अब भी अनिश्चित बनी हुई है। शांति की यह कोशिश क्षेत्र में स्थिरता ला सकती है, बशर्ते सभी पक्ष अपनी जिद छोड़कर संवाद के रास्ते को अपनाएं.