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IndiGo की उड़ानों में लगातार देरी, 350 फ्लाइट्स रद्द

IndiGo Airlines is facing a significant crisis with ongoing flight cancellations, affecting hundreds of passengers across major airports in India. Today alone, around 350 flights were cancelled, leading to severe disruptions at airports like Delhi and Bengaluru. The airline has issued refunds exceeding 610 crores, but the situation remains uncertain as the government intervenes. With hopes of normal operations by December 10, the airline is under scrutiny for its handling of the crisis. Read on for more details about the ongoing situation and the airline's response.
 

IndiGo उड़ानों में रद्दीकरण का संकट

नई दिल्ली: देश के विभिन्न हवाई अड्डों पर IndiGo की उड़ानें सामान्य नहीं हो पा रही हैं, जिसके कारण लगातार 7वें दिन भी देरी और रद्दीकरण का सिलसिला जारी है। बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द होने से यात्रियों को प्रमुख एयरपोर्ट्स पर काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।


आज भी विभिन्न हवाई अड्डों पर लगभग 350 IndiGo उड़ानें रद्द की गईं। दिल्ली एयरपोर्ट पर 134 उड़ानें (75 प्रस्थान और 59 आगमन) रद्द हुईं, जबकि बेंगलुरु एयरपोर्ट पर 127 उड़ानें रद्द की गईं। इसके अलावा, अहमदाबाद में 20 और विशाखापत्तनम में 7 उड़ानें रद्द रहीं। मुंबई और कोलकाता जैसे अन्य प्रमुख हवाई अड्डों पर भी स्थिति खराब बनी रही। सुबह 9:30 बजे तक कुल 289 रद्द उड़ानों की पुष्टि हो चुकी थी।


देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo ने रविवार को 650 से अधिक उड़ानें रद्द की थीं, जो कि दो दिन पहले के 1000 से अधिक रद्दीकरण की तुलना में कम है।


अधिकारियों के अनुसार, प्रभावित यात्रियों के लिए 610 करोड़ रुपये से अधिक का टिकट रिफंड जारी किया जा चुका है। कंपनी का कहना है कि यह संकट फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशंस (पायलट आराम संबंधी नियम) के पूर्ण कार्यान्वयन के बाद कॉकपिट क्रू की कमी से शुरू हुआ, जिससे बड़े पैमाने पर रद्दीकरण हुए और प्रमुख हवाई अड्डों पर अव्यवस्था फैल गई।


सरकार ने स्थिति को देखते हुए हस्तक्षेप किया और संबंधित नियमों के पालन पर अस्थायी रोक लगाई। यह संकट कब समाप्त होगा, इस पर अभी कोई स्पष्टता नहीं है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि 10 दिसंबर तक संचालन सामान्य हो सकता है।


नागर विमानन मंत्रालय ने एयरलाइन को हवाई किराए पर सीमा तय करने और रिफंड प्रक्रिया को तेजी से पूरा करने जैसे कई निर्देश दिए हैं। मंत्रालय द्वारा दिए गए अल्टीमेटम के बाद कंपनी ने अब तक 610 करोड़ रुपये का रिफंड प्रोसेस कर करीब 3000 यात्रियों को लौटाया है। साथ ही इस पूरे मामले की उच्च-स्तरीय जांच भी शुरू कर दी गई है।


नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने स्पष्ट किया कि जिम्मेदारी एयरलाइन की है, क्योंकि पायलट ड्यूटी से जुड़े निर्देश एक साल पहले ही जारी कर दिए गए थे। रविवार को DGCA ने IndiGo के सीईओ पीटर एल्बर्स और जवाबदेह प्रबंधक इसिड्रो पोरक्वेरास को कारण बताओ नोटिस का जवाब देने के लिए सोमवार शाम 6 बजे तक अतिरिक्त समय दिया।