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IndiGo ने रद्द उड़ानों के लिए बिना आवेदन रिफंड की घोषणा की

IndiGo ने हाल ही में 5 से 15 दिसंबर के बीच रद्द हुई उड़ानों के लिए बिना किसी आवेदन के रिफंड की घोषणा की है। इसके साथ ही, यात्रियों के लिए होटल, भोजन और परिवहन जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं। इस कदम का उद्देश्य यात्रियों की असुविधा को कम करना है। हाल के दिनों में उड़ानों के रद्द होने की संख्या में भारी वृद्धि हुई है, जिससे यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। जानें इस स्थिति के पीछे के कारण और IndiGo की अन्य घोषणाएं।
 

यात्रियों की परेशानी के बीच IndiGo का बड़ा कदम


हाल के दिनों में देश के प्रमुख हवाई अड्डों पर उड़ानों के रद्द होने और देरी के कारण यात्रियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इस स्थिति को देखते हुए, IndiGo ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।


रद्द उड़ानों का रिफंड

एयरलाइन ने यह घोषणा की है कि 5 से 15 दिसंबर के बीच रद्द हुई सभी उड़ानों का पूरा पैसा बिना किसी आवेदन के मूल भुगतान माध्यम में वापस किया जाएगा। इसके साथ ही, होटल, भोजन और परिवहन जैसी सुविधाएं भी यात्रियों को प्रदान की जाएंगी।


IndiGo का रिफंड प्रक्रिया

IndiGo ने कहा है कि इस अवधि में रद्द हुई सभी उड़ानों का रिफंड अपने आप प्रोसेस किया जाएगा। यात्रियों को इसके लिए कोई अलग अनुरोध करने की आवश्यकता नहीं होगी। इसके अलावा, इस समय के दौरान रद्दीकरण और पुनर्निर्धारण पर कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा, जिससे यात्रियों का तनाव कम हो सके।


यात्रियों के लिए सुविधाएं

एयरलाइन ने यह भी बताया कि जिन यात्रियों की उड़ानें रद्द हुई हैं या जिनकी उड़ानें काफी देर से चल रही हैं, उनके लिए देशभर में हजारों होटल कमरे बुक किए गए हैं। इसके साथ ही, हवाई अड्डों पर भोजन, स्नैक्स और ग्राउंड ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था भी की गई है। वरिष्ठ नागरिकों को जहां संभव हो, एयरपोर्ट लाउंज का एक्सेस भी दिया जा रहा है। कंपनी ने इस अव्यवस्था के लिए यात्रियों से माफी भी मांगी है.


उड़ानों का रद्द होना

शुक्रवार को उड़ान रद्दीकरण का स्तर चरम पर पहुंच गया। बुधवार को केवल 85 उड़ानें रद्द हुई थीं, जबकि गुरुवार को यह संख्या 550 तक पहुंच गई और शुक्रवार को 750 से अधिक उड़ानें रद्द कर दी गईं। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद सबसे अधिक प्रभावित रहे।


पायलटों की कमी का कारण

IndiGo ने इस बड़े पैमाने पर संचालन संकट का कारण अचानक बढ़ी पायलट कमी और विंटर शेड्यूल का दबाव बताया है। एयरलाइन ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय को सूचित किया है कि नए Flight Duty Time Limitations (FDTL) नियमों के कारण पायलटों की उपलब्धता पर असर पड़ा है।


ऑन-टाइम परफॉर्मेंस में गिरावट

इस अव्यवस्था का सीधा असर IndiGo की ऑन-टाइम परफॉर्मेंस (OTP) पर पड़ा है। मंगलवार को OTP 35% थी, जो बुधवार को गिरकर 19.7% रह गई। गुरुवार को यह आंकड़ा और गिरकर सिर्फ 8.5% पर आ गया।