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NIA की कार्रवाई: पाकिस्तान से जुड़े ड्रग और हथियार तस्कर विशाल पचार के खिलाफ चार्जशीट

नेशनल जांच एजेंसी (NIA) ने पाकिस्तान से जुड़े ड्रग और हथियार तस्कर विशाल पचार के खिलाफ एक महत्वपूर्ण चार्जशीट पेश की है। इस चार्जशीट में गिरोह के संचालन के तरीकों, ड्रग सप्लाई और पाकिस्तान से संबंधों का विस्तृत विवरण शामिल है। NIA का कहना है कि गिरोह ड्रोन के जरिए हथियार और ड्रग्स भारत में लाता था। इस मामले में कई सबूत भी पेश किए गए हैं, जो तस्करी के नेटवर्क को साबित करते हैं। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और NIA की कार्रवाई के बारे में।
 

विशाल पचार के खिलाफ NIA की बड़ी कार्रवाई


जयपुर: नेशनल जांच एजेंसी (NIA) ने पाकिस्तान से जुड़े एक प्रमुख ड्रग और हथियार तस्कर विशाल पचार के खिलाफ महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। NIA ने जयपुर की विशेष अदालत में उसके खिलाफ 500 पृष्ठों की चार्जशीट पेश की है, जिसमें गिरोह के संचालन के तरीके, हथियारों की तस्करी, ड्रग सप्लाई और पाकिस्तान से उसके संबंधों का विस्तृत विवरण शामिल है।


तस्करी का तरीका

NIA के अनुसार, यह गिरोह ड्रोन का उपयोग करके पाकिस्तान से AK 47 और अन्य आधुनिक हथियार भारत में लाता था। इसके साथ ही, ड्रग की बड़ी खेप भी इसी तरीके से सीमा पार की जाती थी। विशाल पचार का नेटवर्क पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में फैला हुआ है।


ड्रग की मंगवाने की प्रक्रिया

विशाल पचार पाकिस्तान से संपर्क करके ड्रग मंगवाता था और अपने नेटवर्क के माध्यम से इन राज्यों में सप्लाई करता था। हथियारों की तस्करी के लिए भी यही तरीका अपनाया जाता था। पाकिस्तान की ओर से ड्रोन उड़ाया जाता था और हथियार भारतीय सीमा में उतार दिए जाते थे। इसके बाद गिरोह के सदस्य इन सामानों को उठाते थे और ड्रोन वापस लौट जाता था।


पाकिस्तानी तस्करों से बातचीत का तरीका

NIA ने चार्जशीट में ड्रोन फुटेज, तस्वीरें और अन्य सबूत शामिल किए हैं जो इस तस्करी के नेटवर्क को प्रमाणित करते हैं। गिरोह ने बेहद चालाकी से काम किया ताकि वह पकड़ा न जाए। विशाल पचार कभी भी फोन पर बात नहीं करता था, बल्कि वह केवल मोबाइल एप के जरिए पाकिस्तान के तस्करों से संपर्क करता था। यह एप सुरक्षित था और इस पर हुई बातचीत को पकड़ना मुश्किल था।


सौदों की प्रक्रिया

तस्करी के सौदे इसी एप के माध्यम से तय होते थे। NIA के अनुसार, यही कारण था कि यह गिरोह लंबे समय तक पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की नजर से बचा रहा। जब NIA ने इस नेटवर्क की जानकारी सीमा सुरक्षा बल (BSF) को दी, तो सीमावर्ती क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी गई। पिछले साल, BSF ने इस दौरान विशाल पचार और उसके चार सहयोगियों को गिरफ्तार किया था।


चार्जशीट में प्रमुख तथ्य

चूंकि यह मामला अंतरराष्ट्रीय तस्करी से संबंधित था, इसकी जांच NIA को सौंपी गई थी। अब NIA ने सभी सबूतों के साथ विस्तृत चार्जशीट अदालत में पेश कर दी है। चार्जशीट के अनुसार, गिरोह AK 47, पिस्तौलें, हेरोइन और अन्य ड्रग्स पाकिस्तान से भारत लाता था। BSF ने पहले भी कई बार हथियारों और ड्रग्स की खेप जब्त की थी। NIA ने मोबाइल चैट, बैंक ट्रांजेक्शन, ड्रोन फुटेज और गवाहों के बयान भी चार्जशीट में शामिल किए हैं।


एजेंसी का कहना है कि इतने मजबूत सबूतों के आधार पर विशाल पचार को कड़ी सजा मिलना निश्चित है। यह मामला भारत में पाकिस्तान द्वारा किए जा रहे अवैध तस्करी नेटवर्क का बड़ा पर्दाफाश माना जा रहा है।