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Uttarakhand और Himachal में बारिश का कहर: जानें ताजा हालात

उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और भूस्खलनों ने स्थिति को गंभीर बना दिया है। कई लोग लापता हैं और राहत कार्य जारी है। जानें ताजा हालात, प्रभावित क्षेत्रों की जानकारी और राहत कार्यों के बारे में।
 

Uttarakhand और Himachal में बाढ़ का संकट

Uttarakhand-Himachal Flood Update: उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश और भूस्खलनों ने स्थिति को गंभीर बना दिया है। इन घटनाओं में कई लोगों की जान चली गई है, जबकि कई लोग लापता हैं और सैकड़ों लोग फंसे हुए हैं। पहाड़ी क्षेत्रों में इस बार की बारिश ने नदियों के जल स्तर को बढ़ा दिया है, जिससे कई घर, सड़कें और वाहन भूस्खलनों में बह गए हैं।


उत्तराखंड में बारिश से हुई तबाही

उत्तराखंड में रातभर हुई मूसलधार बारिश ने 15 लोगों की जान ले ली है और 16 लोग अब भी लापता हैं। राज्य आपदा प्रबंधन केंद्र के अनुसार, 900 से अधिक लोग विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए थे, जिन्हें राहत टीमों ने सुरक्षित निकाला।


सड़कें और पुलों का बुरा हाल

भारी बारिश के कारण सड़कें और पुल टूट गए हैं। देवभूमि इंस्टीट्यूट, पौंडा में 400-500 छात्र फंस गए थे, जिन्हें SDRF की टीमों ने सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया। नैनिताल और पिथौरागढ़ जिलों में एक-एक मौत की सूचना मिली है।


नदियों का खतरा

गंगा और यमुना नदी चेतावनी स्तर के करीब पहुँच गई हैं, जबकि टमसा नदी खतरे के निशान के पास है। देहरादून, चंपावत और उधम सिंह नगर जिलों में 20 सितंबर तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।


हिमाचल प्रदेश में त्रासदी

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के ब्रगटा गांव में बड़े पैमाने पर भूस्खलन से एक परिवार के तीन सदस्य, दो महिलाएं और एक बच्चा मारे गए। धर्मपुर में अचानक आई बाढ़ ने गाड़ियों को बहा दिया और मुख्य बस स्टैंड में पानी भर गया। दुकानदारों को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। चार लोग लापता हैं। शिमला में भूस्खलनों ने हिमलैंड के पास कारों को दफन कर दिया और मुख्य सर्कुलर रोड को जाम कर दिया, जिससे राजधानी पूरी तरह से कट गई।


राहत कार्य और राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू ने प्रभावित परिवारों को तुरंत राहत पहुँचाने के निर्देश दिए हैं। वहीं, बीजेपी के हमीरपुर सांसद अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी इस आपदा के समय हिमाचल प्रदेश के लिए बहुत कुछ कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस सरकार की निष्क्रियता सवाल खड़े कर रही है।" यह बारिश की तबाही पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा हिमाचल के प्रभावित जिलों के हवाई सर्वेक्षण और 1,500 करोड़ रुपये की मदद की घोषणा के केवल एक सप्ताह बाद आई है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इस मानसून सीजन में अब तक हिमाचल प्रदेश में कम से कम 236 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।