अमित शाह ने हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदाओं के लिए विशेष टीम का गठन किया
विशेष टीम का गठन
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदाओं की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए एक विशेष बहु-क्षेत्रीय केंद्रीय टीम का गठन किया है। उन्होंने अधिकारियों के साथ चर्चा की, जिसमें बादल फटने, अचानक बाढ़, भूस्खलन और मूसलाधार बारिश की स्थिति पर विचार किया गया। अधिकारियों ने गृह मंत्री को सूचित किया कि इस बार प्रदेश में प्राकृतिक आपदा से काफी नुकसान हुआ है।
आपदाओं की रिपोर्ट तैयार करने का आदेश
अमित शाह ने तुरंत राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA), केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान, भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (IITM) और IIT इंदौर के विशेषज्ञों की एक टीम गठित करने का निर्देश दिया। यह टीम प्रदेश के नुकसान का आकलन करेगी और आपदाओं पर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेगी। जिन क्षेत्रों को नुकसान हुआ है, उन्हें फिर से बसाने की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी।
टीम का दौरा और रिपोर्टिंग
बैठक में बताया गया कि टीम को हिमाचल प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में भेजा जाएगा। यह दौरा पहले ही शुरू हो चुका है, और टीम उन क्षेत्रों में जा रही है जहां भारी नुकसान हुआ है। हर स्थान की रिपोर्ट तैयार की जा रही है, और इन इलाकों को फिर से बसाने में काफी धन खर्च होगा। टीम का दौरा 21 जुलाई तक पूरा होगा, जिसके बाद रिपोर्ट केंद्रीय मंत्री को सौंपी जाएगी।
केंद्र सरकार की राहत राशि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश के लिए पहली राहत किस्त जारी कर दी है। वर्ष 2023 की आपदाओं से होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए 2006.40 करोड़ रुपये की सहायता पहले ही स्वीकृत की जा चुकी है। इसमें से 451.44 करोड़ रुपये की पहली किस्त 7 जुलाई 2025 को जारी की गई है। इसके अलावा, राज्य आपदा राहत कोष (SDRF) से 198.80 करोड़ रुपये की केंद्रीय हिस्से की पहली किस्त भी 18 जून 2025 को हिमाचल को दी गई है।