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अयोध्या में दीपोत्सव: उपमुख्यमंत्रियों की अनुपस्थिति से बढ़ी राजनीतिक हलचल

अयोध्या में दीपोत्सव के आयोजन के दौरान उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्रियों केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक की अनुपस्थिति ने राजनीतिक हलचल को जन्म दिया है। मौर्य को बिहार विधानसभा चुनाव का सह-प्रभारी बनाया गया है, जबकि ब्रजेश पाठक ने अन्य कार्यक्रमों में भाग लिया। इस स्थिति ने दीपोत्सव को एक राजनीतिक रंग दे दिया है, जहां 26 लाख दीये जलाकर नया गिनीज रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है। जानें इस महत्वपूर्ण आयोजन के पीछे की पूरी कहानी।
 

अयोध्या में दीपोत्सव का आयोजन

अयोध्या। बिहार विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को पार्टी द्वारा स्टार प्रचारक के रूप में चुना गया है। इस बीच, अयोध्या में भगवान राम की जन्मभूमि पर दीपावली के अवसर पर दीपोत्सव का आयोजन हो रहा है। हालांकि, इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में दोनों उपमुख्यमंत्री, केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक, शामिल नहीं हो रहे हैं, जिससे राजनीतिक चर्चाएँ तेज हो गई हैं।

उत्तर प्रदेश सरकार ने शनिवार को सभी प्रमुख समाचार पत्रों में एक विज्ञापन प्रकाशित किया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीरें प्रमुखता से दिखाई गईं। इसके साथ ही अयोध्या के प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही और पर्यटन-संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह के नाम भी शामिल थे। लेकिन इस विज्ञापन में दोनों उपमुख्यमंत्रियों का नाम तक नहीं था। सूचना विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह विज्ञापन कार्यक्रम-केंद्रित था, इसलिए केवल प्रभारी मंत्री और नोडल विभाग के मुखिया के नाम शामिल किए गए।

बिहार चुनाव में सह-प्रभारी के रूप में मौर्य की भूमिका

केशव प्रसाद मौर्य को बिहार विधानसभा चुनाव के सह-प्रभारी के रूप में नियुक्त किया गया है। वह दीपोत्सव के लिए अयोध्या पहुंचे थे, लेकिन विज्ञापन देखने के बाद उन्होंने अपना कार्यक्रम रद्द कर दिया और घर लौट गए। अब वह दीवाली मिलन के तहत स्थानीय समर्थकों से मिल रहे हैं। दूसरी ओर, ब्रजेश पाठक ने रविवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ समय बिताया और फिर घर पर ही व्यस्त रहे। दोनों उपमुख्यमंत्रियों की अनुपस्थिति इस वैश्विक आयोजन को राजनीतिक रंग दे रही है, जहां 26 लाख दीये जलाकर नया गिनीज रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है।