अहमदाबाद में एअर इंडिया प्लेन क्रैश: 190 मृतकों की पहचान, 157 शव परिवारों को सौंपे गए
एअर इंडिया प्लेन क्रैश की पहचान प्रक्रिया
एअर इंडिया प्लेन क्रैश: अहमदाबाद में हुए एअर इंडिया विमान दुर्घटना में जान गंवाने वालों की पहचान की जा रही है। इसके लिए हर दिन शवों की डीएनए जांच की जा रही है ताकि उन्हें उनके परिवारों को सौंपा जा सके। अहमदाबाद सिविल अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. राकेश जोशी ने इस मामले में नवीनतम जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि अब तक 190 मृतकों की डीएनए पहचान की पुष्टि हो चुकी है, और 157 शव उनके परिजनों को सौंप दिए गए हैं। इसके साथ ही, घायलों का उपचार भी जारी है।
डीएनए जांच की प्रक्रिया
डीएनए की जांच जारी
प्लेन दुर्घटना में जिन शवों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है, उनके लिए डीएनए मिलान की प्रक्रिया चल रही है। 190 मृतकों की पहचान हो चुकी है, जिनमें से 157 शव उनके परिवारों को सौंप दिए गए हैं। शेष 33 शवों में से 5 के डीएनए मिलान की प्रक्रिया अभी भी चल रही है, जबकि 15 के लिए परिजनों के सैंपल का इंतजार किया जा रहा है। 10 शवों को सौंपने की प्रक्रिया में हैं। जानकारी के अनुसार, 2 शव विदेश भेजे गए हैं और 11 शव अन्य राज्यों में भेजे जा चुके हैं। 129 शवों को सड़क मार्ग से उनके घरों तक पहुंचाया गया है।
मृतकों की राष्ट्रीयता
मृतकों की क्या है राष्ट्रीयता?
शवों की पहचान में शामिल हैं:
123 भारतीय नागरिक
27 ब्रिटिश नागरिक
4 पुर्तगाली नागरिक
1 कनाडाई नागरिक
4 गैर-यात्री
जीवित बचे यात्री की स्थिति
जीवित बचे यात्री की क्या है स्थिति?
इस हादसे में 242 यात्रियों में से केवल एक यात्री, विश्वासकुमार रमेश, जीवित बचे हैं। जानकारी के अनुसार, वह अब स्वस्थ हैं। उनके परिवार के सदस्य यूके से अहमदाबाद पहुंचे थे और उन्हें मंगलवार शाम 7:30 बजे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
अन्य घायलों की स्थिति
अन्य घायलों की क्या है हालत?
घायलों में से एक गंभीर रूप से झुलसे मरीज की मंगलवार को वेंटिलेटर पर मौत हो गई। वर्तमान में 7 घायल सिविल अस्पताल में भर्ती हैं, जबकि 12 अन्य गुजरात के विभिन्न अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। दुर्घटना के पहले दिन सिविल अस्पताल में 71 मरीज भर्ती हुए थे, जिनमें से अब तक 3 की मौत हो चुकी है।
डॉ. जोशी ने बताया कि बीजे मेडिकल कॉलेज के किसी भी छात्र की अस्पताल में भर्ती होने के बाद मौत नहीं हुई है। जिन छात्रों की मौत हुई थी, वे हादसे के समय ही मारे गए थे। अस्पताल प्रशासन मृतकों की पहचान और घायलों के इलाज में लगातार जुटा हुआ है।