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अहमदाबाद विमान दुर्घटना में डीवीआर की बरामदगी से जांच में तेजी

गुजरात के अहमदाबाद में एयर इंडिया के विमान दुर्घटना के मलबे से एक डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर (डीवीआर) बरामद किया गया है, जो जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इस हादसे में 265 लोगों की जान गई, जिसमें कई विदेशी नागरिक भी शामिल थे। डीवीआर के डेटा से हादसे के कारणों को समझने में मदद मिलने की उम्मीद है। स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में जुटा हुआ है, जबकि एफएसएल की टीम डीवीआर का विश्लेषण करने के लिए तैयार है।
 

अहमदाबाद में विमान हादसे की जांच में नया मोड़

अहमदाबाद विमान दुर्घटना: गुजरात के आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) ने सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के निकट हुए गंभीर विमान हादसे के मलबे से एक डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर (डीवीआर) प्राप्त किया है। यह खोज उस त्रासदी के एक दिन बाद हुई, जिसमें एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त होकर मेघानी नगर के बीजे मेडिकल कॉलेज यूजी हॉस्टल मेस में गिर गया था.


एटीएस ने मलबे से डीवीआर बरामद किया, जो दुर्घटना के कारणों को समझने में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। घटनास्थल पर मौजूद एक एटीएस अधिकारी ने पुष्टि की, "यह एक डीवीआर है, जिसे हमने मलबे से निकाला है। एफएसएल टीम जल्द ही यहां आएगी।" फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) की विशेषज्ञ टीम को इस उपकरण की गहन जांच करने का कार्य सौंपा गया है। यह माना जा रहा है कि डीवीआर में दर्ज डेटा विमान के अंतिम क्षणों की घटनाओं को समझने में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान कर सकता है। यह उपकरण तकनीकी खराबी या अन्य संभावित कारणों को उजागर करने में मदद कर सकता है.



दुर्घटना का दुखद परिणाम


गुरुवार को लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरने वाला यह विमान उड़ान के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में 265 लोगों की जान गई, जिनमें 242 यात्री और चालक दल के सदस्य शामिल थे। यात्रियों में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, सात पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक थे। यह त्रासदी एयर इंडिया और पूरे विमानन क्षेत्र के लिए एक गहरा आघात लेकर आई है.


जांच में तेजी, सवालों का इंतजार


डीवीआर की बरामदगी को जांच में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह उपकरण विमान के कॉकपिट या अन्य महत्वपूर्ण हिस्सों से जुड़ा हो सकता है, जो हादसे के कारणों को स्पष्ट करने में मदद करेगा। एफएसएल की टीम जल्द ही डीवीआर का विश्लेषण शुरू करेगी, और इसके परिणामों से यह समझने में मदद मिल सकती है कि आखिर क्या गलत हुआ? इस बीच, स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें राहत कार्यों में जुटी हुई हैं, और पीड़ितों के परिवारों को सहायता प्रदान की जा रही है.