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आयरलैंड में भारतीय बच्ची पर नस्लीय हमला: प्रवासी समुदाय में चिंता का माहौल

आयरलैंड के वाटरफोर्ड में एक 6 वर्षीय भारतीय मूल की बच्ची पर हुए नस्लीय हमले ने प्रवासी भारतीय समुदाय को गहरे सदमे में डाल दिया है। यह घटना तब हुई जब बच्ची अपने दोस्तों के साथ खेल रही थी। हमलावरों ने बच्ची के साथ मारपीट की और नस्लीय टिप्पणियां कीं, जिससे बच्ची को मानसिक आघात पहुंचा। उसकी मां ने इस घटना की रिपोर्ट पुलिस में की है, लेकिन उनका उद्देश्य बच्चों को सजा दिलवाना नहीं, बल्कि उन्हें मार्गदर्शन देना है। इस घटना ने आयरलैंड में भारतीय समुदाय में असुरक्षा की भावना को बढ़ा दिया है।
 

आयरलैंड में नस्लीय हमले की घटना

वाटरफोर्ड, आयरलैंड में एक 6 वर्षीय भारतीय मूल की बच्ची पर हुए नस्लीय हमले ने प्रवासी भारतीय समुदाय को गहरा सदमा दिया है। यह घटना 4 अगस्त की शाम को हुई, जब बच्ची अपने दोस्तों के साथ खेल रही थी। उसकी मां, जो अपने छोटे बेटे को दूध पिला रही थीं, थोड़ी देर के लिए घर के अंदर गईं, तभी यह हिंसक घटना घटित हुई।


हमले का विवरण और मानसिक प्रभाव

बच्ची की मां ने बताया कि जब वह लौटीं, तो उनकी बेटी भयभीत होकर घर में आई। बच्ची के दोस्तों ने बताया कि कुछ किशोर लड़कों और एक लड़की ने उसके साथ मारपीट की, उसके चेहरे पर मुक्के मारे और साइकिल का पहिया उसके निजी अंगों पर मारा। हमलावरों ने बच्ची के प्रति नस्लीय टिप्पणियां करते हुए कहा, 'गंदी इंडियन, इंडिया वापस जाओ।' इस हमले ने बच्ची को गहरे मानसिक आघात में डाल दिया है, और अब वह बाहर खेलने से डरने लगी है।


मां की पीड़ा और पुलिस में शिकायत

बच्ची की मां, जो एक नर्स हैं और हाल ही में आयरलैंड की नागरिकता प्राप्त की हैं, ने कहा कि अब उन्हें अपने घर के सामने भी सुरक्षित महसूस नहीं होता। उन्होंने इस घटना की रिपोर्ट स्थानीय पुलिस 'गार्डा' को की है, लेकिन उनका उद्देश्य बच्चों को सजा दिलवाना नहीं, बल्कि उन्हें उचित परामर्श और मार्गदर्शन दिलाना है।


बढ़ती घटनाएं और प्रवासी समुदाय की चिंता

यह पहली बार नहीं है जब आयरलैंड में किसी भारतीय मूल के बच्चे पर नस्लीय हमला हुआ है। हाल ही में डबलिन के टालेट क्षेत्र में एक भारतीय पुरुष को किशोरों के एक गिरोह ने सार्वजनिक रूप से पीटा और नग्न कर दिया था।


सुरक्षा को लेकर सवाल और अपेक्षाएं

इन घटनाओं ने आयरलैंड में भारतीय समुदाय में असुरक्षा की भावना को बढ़ा दिया है। प्रवासी भारतीयों का मानना है कि वे बेहतर जीवन की तलाश में दूसरे देशों में मेहनत करते हैं, लेकिन इस तरह की घटनाएं उनके आत्म-सम्मान और अस्तित्व को ठेस पहुंचा रही हैं। अब समुदाय आयरिश सरकार और स्थानीय प्रशासन से मांग कर रहा है कि वे इस प्रकार के हमलों को रोकने के लिए सख्त और प्रभावी कदम उठाएं, ताकि हर नागरिक को सुरक्षित माहौल में जीने का अधिकार मिल सके।