इंडिगो की उड़ानों में भारी रद्दीकरण से यात्रियों में हड़कंप
इंडिगो की उड़ानों में रद्दीकरण का संकट
इंडिगो एयरलाइन की 1,000 से अधिक उड़ानें रद्द होने के कारण यात्रियों में चिंता का माहौल है। सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस संकट के बारे में जानकारी दी गई है, जिसके चलते हाल के दिनों में इतनी बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द हुई हैं। पीएमओ ने इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स के साथ सीधा संपर्क स्थापित किया है। इस बीच, भारत की आधिकारिक यात्रा पर आए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
इस वीडियो में पुतिन ने एक प्रमुख व्यवसायी को सार्वजनिक रूप से फटकार लगाई थी, जिसने अपने कर्मचारियों को तीन महीने से वेतन नहीं दिया था। न्यूयॉर्क टाइम्स ने इस घटना को 'पुतिन काउबॉय पूंजीपतियों के लिए शेरिफ की भूमिका निभा रहे हैं' शीर्षक से प्रकाशित किया।
इंडिगो की उड़ानों में रद्दीकरण का कारण
इंडिगो की उड़ानों का बड़े पैमाने पर रद्द होना उस समय हुआ जब पुतिन भारत की राजकीय यात्रा पर थे। यह स्थिति रोस्टर के कुप्रबंधन और डीजीसीए द्वारा नए उड़ान ड्यूटी समय सीमा मानदंडों के लिए तैयार न होने के कारण उत्पन्न हुई, जिससे लाखों लोग पिछले कुछ दिनों से भारत में फंसे हुए हैं। यात्रियों का आरोप है कि इंडिगो अपने परिचालन को ठप करके मानदंडों में ढील देने के लिए दबाव बना रही है।
कई लोगों ने पुतिन के 2009 के उस क्षण को याद किया, जब उन्होंने बड़े व्यवसायों को धमकाने के खिलाफ राज्य के अस्तित्व की रक्षा की थी।
यात्री परेशान, एयरपोर्ट पर अराजकता
भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन, इंडिगो, जिसकी बाजार हिस्सेदारी 60% से अधिक है, ने भारी गिरावट का सामना किया है। एक ही दिन में सैकड़ों उड़ानें रद्द होने से दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद में हजारों यात्री फंस गए। एयरपोर्ट पर स्थिति अराजक हो गई, जहां परिवार कुर्सियों पर सोते हुए नजर आए और सामान का ढेर लग गया। एयरलाइन की ओर से यात्रियों को कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई।