इंदौर में आग लगने से 11 वर्षीय बच्चे की मौत, पांच लोग गंभीर रूप से बीमार
इंदौर में आग की घटना
इंदौर में आग का हादसा: मध्य प्रदेश के इंदौर में शुक्रवार की रात एक तीन मंजिला घर में भीषण आग लग गई। इस घटना में एक 11 वर्षीय बच्चे की दम घुटने से मृत्यु हो गई, जबकि पांच अन्य लोग गंभीर रूप से बीमार हो गए। यह घटना जूनी थाना क्षेत्र में हुई, जहां एक कबाड़ व्यापारी के घर में रात करीब 2:15 बजे शॉर्ट सर्किट के कारण आग भड़क उठी। पुलिस और दमकलकर्मियों ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया, लेकिन धुएं के कारण स्थिति और बिगड़ गई।
थाना प्रभारी अनिल गुप्ता ने बताया कि घर के आगे कबाड़ रखा था, जिसमें फोम और स्पंज जैसी ज्वलनशील सामग्री शामिल थी। इससे आग तेजी से फैल गई और पूरा घर धुएं से भर गया। घर में केवल एक ही निकासी मार्ग होने के कारण धुआं बाहर नहीं निकल सका, जिससे अंदर मौजूद लोगों को सांस लेने में कठिनाई हुई। घर की पहली मंजिल पर रहने वाले एक परिवार के छह सदस्यों की हालत गंभीर हो गई, जिनमें से 11 वर्षीय रहमान की मौके पर ही मृत्यु हो गई।
परिवार के अन्य सदस्य भी प्रभावित
गंभीर रूप से बीमार परिवार के सदस्य
पुलिस के अनुसार, मृतक रहमान के अलावा उसके परिवार के पांच सदस्य, जिसमें पति-पत्नी, उनकी दो बेटियां और एक बेटा शामिल हैं, गंभीर रूप से बीमार हैं। सभी को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें से चार को वेंटिलेटर पर रखा गया है। डॉक्टरों की टीम उनकी स्थिति पर लगातार नजर रख रही है। दमकल विभाग ने बताया कि आग की तीव्रता के कारण बचाव कार्य में कठिनाई आई। हालांकि, घर की दूसरी मंजिल पर रहने वाले एक अन्य परिवार के चार सदस्यों को रेस्क्यू टीम ने पेड़ पर चढ़कर सुरक्षित बाहर निकाला। स्थानीय लोगों की मदद से आग पर काबू पाया गया, लेकिन पूरा घर जलकर खाक हो गया।
आग लगने का कारण
शुरुआती जांच में शॉर्ट सर्किट का संदेह
थाना प्रभारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है। हालांकि, सटीक कारण का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि आग लगने के समय घर में रखे कबाड़ ने लपटों को और तेज कर दिया, जिससे धुआं तेजी से फैल गया। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह क्षेत्र संकरा है, जिससे अग्निशामक वाहनों को पहुंचने में कठिनाई हुई। पुलिस ने कहा कि आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है और मृतक बच्चे के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। प्रशासन ने हादसे के बाद आसपास के घरों की बिजली व्यवस्था की जांच शुरू कर दी है ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके।