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इंदौर में कांग्रेस पार्षद पर 'लव जिहाद' का आरोप, NSA के तहत कार्रवाई

इंदौर में कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी पर 'लव जिहाद' की साजिश रचने का आरोप लगा है। पुलिस जांच में सामने आया कि उन्होंने दो मुस्लिम युवकों को हिंदू लड़कियों को फंसाने के लिए पैसे दिए। इस मामले में NSA के तहत कार्रवाई की गई है। कादरी फरार है और उसकी गिरफ्तारी के लिए इनाम घोषित किया गया है। जानें इस विवादास्पद मामले की पूरी जानकारी।
 

इंदौर में विवादास्पद मामला

अनवर कादरी समाचार: मध्यप्रदेश के इंदौर से एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी पर 'लव जिहाद' की साजिश का आरोप लगाया गया है। इस मामले में इंदौर जिला प्रशासन ने कादरी के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई की है।


पुलिस जांच में खुलासे

पुलिस की जांच में यह सामने आया कि अनवर कादरी ने दो मुस्लिम युवकों – साहिल शेख और अल्ताफ अली – को हिंदू लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाने, शादी करने और धर्म परिवर्तन के लिए पैसे देने का प्रलोभन दिया था। साहिल को 2 लाख और अल्ताफ को 1 लाख रुपये देने की बात सामने आई है।


शिकायत के बाद मामला बढ़ा

यह मामला तब बढ़ा जब दो सप्ताह पहले बाणगंगा थाने में दो हिंदू युवतियों ने शिकायत की कि कुछ युवकों ने अपनी असली पहचान छिपाकर उनके साथ संबंध बनाए और यौन शोषण किया। जब पुलिस ने साहिल और अल्ताफ को गिरफ्तार किया, तो उन्होंने अनवर कादरी का नाम लिया।


एक अन्य युवक ने भी बताया कि उसे 2 लाख रुपये देकर हिंदू लड़कियों को फंसाने के लिए भेजा गया था। इसी आधार पर कादरी के खिलाफ धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम और IPC की कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।


NSA के तहत कार्रवाई की गई

अनवर कादरी के खिलाफ पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए जिला कलेक्टर आशीष सिंह ने NSA के तहत कार्रवाई की मंजूरी दी। वर्तमान में कादरी फरार है, और पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए ₹10,000 का इनाम घोषित किया है।


BJP विधायक की मांग

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, 'पुलिस को पूरी छूट दी गई है, दोषी कोई भी हो, बख्शा नहीं जाएगा। कानून अपना काम करेगा।' वहीं, भाजपा विधायक रमेश्वर शर्मा ने कादरी के एनकाउंटर की मांग की, यह कहते हुए कि कांग्रेस ऐसे देशविरोधियों को संरक्षण दे रही है।


ASP राजेश डंडोतिया ने पुष्टि की कि मामले में जांच जारी है और सबूतों के आधार पर कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा, 'कोई भी जनप्रतिनिधि हो, कानून से ऊपर नहीं है।' यह मामला न केवल कानून-व्यवस्था बल्कि सामाजिक सौहार्द के लिए भी एक बड़ी चुनौती बन गया है।