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ईरान-इजरायल युद्ध विराम से शेयर बाजार में हलचल

ईरान और इजरायल के बीच युद्ध विराम की घोषणा ने भारतीय शेयर बाजार में तेजी का माहौल बनाया है। सेंसेक्स और निफ्टी में बढ़त देखने को मिली, लेकिन रक्षा कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई है। जानें इस स्थिति का बाजार पर क्या प्रभाव पड़ा है और किन कंपनियों के शेयर प्रभावित हुए हैं।
 

युद्ध विराम की घोषणा

पिछले 12 दिनों से चल रहे ईरान और इजरायल के बीच संघर्ष ने वैश्विक चिंता को बढ़ा दिया था। लेकिन अब एक सकारात्मक खबर आई है! दोनों देशों ने युद्ध विराम पर सहमति जताई है, जिससे युद्ध समाप्त हो गया है। इस घोषणा का भारतीय शेयर बाजार पर तात्कालिक सकारात्मक प्रभाव पड़ा, जिससे सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी आई। हालांकि, इस सकारात्मक माहौल के साथ-साथ रक्षा कंपनियों के शेयरों में अचानक गिरावट भी देखने को मिली।


बाजार में तेजी के बावजूद रक्षा शेयरों में गिरावट: मंगलवार को शेयर बाजार ने सोमवार की गिरावट को रोक लिया। बीएसई सेंसेक्स सोमवार को 511 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ था, लेकिन आज यह 900 अंकों तक पहुंच गया। एनएसई निफ्टी, जो पिछले दिन 140 अंकों की गिरावट में था, आज 270 अंकों से अधिक की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा था। इस तेजी का मुख्य कारण अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा ईरान-इजरायल युद्ध विराम की घोषणा है।


हालांकि, युद्ध विराम की घोषणा ने बाजार को सकारात्मक दिशा दी, लेकिन रक्षा कंपनियों के शेयरों को नुकसान पहुंचाया। युद्ध के कारण पिछले दिनों में बढ़ रहे इन शेयरों में अचानक गिरावट आई।


रक्षा कंपनियों के शेयरों में गिरावट: पारस डिफेंस का शेयर मंगलवार को 5 फीसदी से अधिक गिरकर 1652.50 रुपये पर आ गया, जिससे इसका बाजार पूंजीकरण 6690 करोड़ रुपये रह गया। जीआरएसई का शेयर युद्ध समाप्त होने की खबर के बाद लगभग 6 फीसदी गिरकर 3270 रुपये पर कारोबार कर रहा था। जेन टेक, जो डिफेंस सेक्टर के लिए ड्रोन बनाती है, का शेयर भी गिरकर 1916 रुपये पर आ गया। मझगांव डॉक का शेयर भी 3 फीसदी गिरावट के साथ 3260 रुपये के आसपास कारोबार कर रहा था। आइडियाफोर्ज टेक का शेयर 654.50 रुपये पर खुला और फिर गिरकर 602.65 रुपये पर आ गया।


संक्षेप में, युद्ध के खतरे में कमी ने शेयर बाजार में सकारात्मक माहौल बनाया, लेकिन युद्ध से लाभान्वित हो रही रक्षा कंपनियों को अस्थायी झटका लगा है।