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उत्तर प्रदेश में नए रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण, यातायात में सुधार की उम्मीद

उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में बेलैसा क्षेत्र में रेलवे ओवरब्रिज के विस्तार का कार्य चल रहा है। इस नई सुविधा से जौनपुर, बनारस और प्रयागराज जाने वाले वाहनों को जाम से राहत मिलेगी। पुराने ओवरब्रिज पर बढ़ते ट्रैफिक को देखते हुए यह नया निर्माण महत्वपूर्ण है। जानें इस परियोजना के बारे में और कैसे यह यातायात व्यवस्था में सुधार लाएगा।
 

नए ओवरब्रिज का निर्माण कार्य


UP News : उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के बेलैसा क्षेत्र में रेलवे ओवरब्रिज के विस्तार का कार्य जारी है। इस नई सुविधा के माध्यम से जौनपुर, बनारस और प्रयागराज जाने वाले सभी प्रकार के वाहनों को जाम से राहत मिलेगी। इसके अलावा, मौजूदा डबल लेन ओवरब्रिज पर भी ट्रैफिक की स्थिति में सुधार होगा।


पहले भी बेलैसा में रेलवे क्रॉसिंग की समस्या को ध्यान में रखते हुए आजमगढ़ प्रशासन ने ओवरब्रिज का निर्माण किया था। लेकिन समय के साथ वाहनों की संख्या में वृद्धि हुई, जिससे पुराने डबल लेन ओवरब्रिज पर जाम की समस्या उत्पन्न होने लगी। छोटे और बड़े वाहनों का एक साथ क्रॉस करना मुश्किल हो रहा था, जिससे आवागमन प्रभावित हो रहा था।


बनारस, जौनपुर और लखनऊ जाने वालों के लिए राहत


यह ओवरब्रिज आजमगढ़ को बनारस, जौनपुर, प्रयागराज और लखनऊ के मुख्य मार्गों से जोड़ता है। यहां से गुजरने वाले वाहनों में बनारस, जौनपुर, सुल्तानपुर होते हुए लखनऊ, प्रयागराज और फैजाबाद, गोरखपुर, मऊ से आने-जाने वाले वाहन शामिल हैं, जिन्हें अक्सर जाम का सामना करना पड़ता था। नए एक्सटेंशन के निर्माण से इन सभी वाहनों को यात्रा में सुविधा मिलेगी।


यातायात व्यवस्था में सुधार की संभावना


रेलवे ओवरब्रिज के साथ-साथ इसका दूसरा हिस्सा भी बनाया जा रहा है। इसके लिए लगभग 62.51 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। नया ब्रिज लगभग 717.42 मीटर लंबा और 7.30 मीटर चौड़ा होगा, जिसमें दो लेन होंगी। इससे वाहनों की आवाजाही और यातायात प्रबंधन में सुधार होगा। इस एक्सटेंशन से बड़े और छोटे वाहनों के लिए अलग-अलग मार्ग होंगे, जिससे जाम की समस्या कम होगी।


इस फ्लाईओवर की कुल लंबाई 717.42 मीटर होगी। इसमें रेलवे विभाग पुल का 63.50 मीटर हिस्सा बनाएगा, जबकि उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निर्माण निगम 430.575 मीटर पुल और 223.347 मीटर एप्रोच मार्ग का निर्माण करेगा। निर्माण कार्य दोनों तरफ से मजबूत बिंड की ढलाई के साथ शुरू हो चुका है। इस परियोजना के दौरान शासन स्तर के अधिकारियों ने स्कूल के निर्माण सहित कई निरीक्षण करते हुए आवश्यक निर्देश भी जारी किए हैं, ताकि निर्माण कार्य समय पर और उच्च गुणवत्ता के साथ पूरा हो सके।