उत्तर प्रदेश में बाढ़ की स्थिति: राहत कार्य जारी
उत्तर प्रदेश में बाढ़ की गंभीरता
उत्तर प्रदेश में हालिया मॉनसून की भारी बारिश और पड़ोसी राज्यों से छोड़े गए पानी के कारण बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। कुछ प्रमुख नदियों का जलस्तर धीरे-धीरे घटने लगा है, लेकिन गंगा, यमुना और शारदा जैसी कई नदियाँ अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। राज्य बाढ़ प्रबंधन सूचना प्रणाली की बुधवार की रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 13 से 24 जिले इस बाढ़ से प्रभावित हैं, जिससे लाखों लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।बाढ़ से प्रभावित प्रमुख जिले और राहत कार्य: उत्तर प्रदेश के कई जिले, जैसे प्रयागराज, वाराणसी, गाजीपुर, बलिया, मिर्जापुर, बदायूं, अयोध्या, बाराबंकी, श्रावस्ती, लखीमपुर खीरी, कानपुर नगर, औरैया, जालौन, हमीरपुर, बांदा, चित्रकूट, इटावा, फतेहपुर, चंदौली, भदोही, बिजनौर, बहराइच, गोंडा, कासगंज, फर्रुखाबाद और गोरखपुर, बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं।
राज्य सरकार और जिला प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में तेजी से जुटे हुए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्थिति की लगातार समीक्षा कर रहे हैं और अधिकारियों को हर संभव सहायता सुनिश्चित करने के निर्देश दे रहे हैं। प्रभावित क्षेत्रों में राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, जहाँ हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया है। भोजन, पेयजल और अन्य आवश्यक सामग्रियों का वितरण किया जा रहा है, साथ ही स्वास्थ्य टीमें संक्रामक बीमारियों की रोकथाम के लिए सक्रिय हैं। कई जिलों में स्कूलों में अवकाश भी घोषित कर दिया गया है।