×

उत्तर प्रदेश में सड़क अवसंरचना में नई प्रगति: ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण

उत्तर प्रदेश में सड़क अवसंरचना में एक महत्वपूर्ण प्रगति हुई है, जिसमें ग्वालियर-आगरा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे परियोजना को मंजूरी मिली है। इस परियोजना के तहत 30 से अधिक गांवों में भूमि अधिग्रहण किया जाएगा, जिससे चंदौली को नया मार्ग मिलेगा। वाराणसी रिंग रोड के दूसरे चरण के उद्घाटन से ट्रैफिक की समस्या का समाधान होगा। जानें इस परियोजना के बारे में और अधिक जानकारी, जिसमें भूमि अधिग्रहण और निर्माण प्रक्रिया शामिल है।
 

सड़क अवसंरचना में महत्वपूर्ण विकास


उत्तर प्रदेश समाचार: उत्तर प्रदेश में सड़क अवसंरचना के क्षेत्र में एक नई उपलब्धि हासिल हुई है। ग्वालियर-आगरा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे परियोजना को केंद्र सरकार से मंजूरी मिल गई है, जिसके अंतर्गत 30 से अधिक गांवों में भूमि अधिग्रहण किया जाएगा। वाराणसी रिंग रोड के दूसरे चरण के तीसरे चरण का उद्घाटन होने से चंदौली को एक नया मार्ग प्राप्त हुआ है। नया ग्रीनफील्ड फोरलेन सैयदराजा से गाजीपुर तक बनाया जाएगा, जिससे नेपाल, बलिया, गोरखपुर और गाजीपुर से आने वाले वाहनों को वाराणसी में प्रवेश नहीं करना पड़ेगा। इस 42 किलोमीटर लंबे हाईवे के निर्माण पर 2900 करोड़ रुपये की लागत आएगी, और भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।


ट्रैफिक की समस्या का समाधान

बढ़ता ट्रैफिक

रिंग रोड के दूसरे चरण की परियोजना इस सप्ताह जनता के सामने प्रस्तुत की गई है। लगभग सात वर्षों की प्रतीक्षा के बाद, चंदौली जाने का नया मार्ग उपलब्ध हुआ है। चंदौली से बिहार और बंगाल जाने के लिए बनारस के रिंग रोड पर भी अब गाजीपुर, बलिया, गोरखपुर और नेपाल से आने वाले वाहनों को नहीं आना पड़ेगा। जमानिया से सैयदराजा तक गाजीपुर से ग्रीनफील्ड फोरलेन को मंजूरी मिल गई है। यह परियोजना निश्चित रूप से रिंग रोड और बनारस शहर में ट्रैफिक लोड को कम करेगी। वर्तमान में, गाजीपुर से जमानिया होते हुए सैयदराजा तक की सड़क केवल सात मीटर चौड़ी है, जिसमें अत्यधिक ट्रैफिक होता है, जिससे जाम की स्थिति उत्पन्न होती है।


निर्माण प्रक्रिया की शुरुआत

NHAI (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) ने 42 किलोमीटर लंबे नए ग्रीनफील्ड हाईवे के निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस परियोजना के लिए 2900 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है, जिसमें से 1684 करोड़ रुपये सड़क निर्माण पर खर्च किए जाएंगे, जबकि शेष राशि भूमि खरीदने में उपयोग की जाएगी। 30 से अधिक गांवों के किसानों को प्रभावित करने के लिए लगभग 260 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनाने की प्रक्रिया भी आरंभ हो चुकी है।


भूमि अधिग्रहण की जानकारी

कौन-सी भूमि खरीदी जाएगी?

चंदौली में 152.22 हेक्टेयर और गाजीपुर में 109.42 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा।


चंदौली के गांवों का विकास

चंदौली के चार गांवों को एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा

चंदौली के चार गांवों को वाराणसी-रांची-कोलकाता ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के पहले चरण से जोड़ने के लिए एक नई सेवामार्ग का निर्माण किया जाएगा। सर्वेक्षण शुरू करने की अनुमति दी गई है। चंदौली में चंद्रप्रभा और गरई नदियों के आसपास बसे चार गांव बहेरा, खुरहुजा, चनहाटा और सिकंदरपुर में ग्रामीण सेवा लेन बनाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है। स्थानीय लोग चाहते हैं कि उनका गांव एक्सप्रेसवे से सीधे जुड़े, क्योंकि ये गांव वर्षों से बाढ़ से प्रभावित हैं।