×

उत्तर प्रदेश में सरकारी स्कूलों के बंद होने के खिलाफ आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन

उत्तर प्रदेश में सरकारी स्कूलों को बंद करने के निर्णय के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने लखनऊ में एक बड़ा धरना आयोजित किया। इस आंदोलन का नेतृत्व संजय सिंह ने किया, जिन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि यह निर्णय गरीब और वंचित वर्गों के बच्चों को शिक्षा से वंचित करने की साजिश है। धरने में सैकड़ों नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए, जिन्होंने शिक्षा की रक्षा के लिए अपनी आवाज उठाई। जानें इस आंदोलन की पूरी कहानी और इसके पीछे के कारण।
 

सरकारी स्कूलों के बंद होने का निर्णय

उत्तर प्रदेश में सरकारी स्कूलों को बंद करने का निर्णय आम लोगों, अभिभावकों और शिक्षकों के बीच चिंता का विषय बन गया है। आम आदमी पार्टी ने इस निर्णय को शिक्षा विरोधी बताते हुए लखनऊ के इको गार्डन में एक बड़ा धरना आयोजित किया। इस आंदोलन का नेतृत्व राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने किया, जो शिक्षा की रक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।


संजय सिंह का स्पष्ट संदेश

धरने के दौरान संजय सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश में किसी भी सरकारी स्कूल को बंद नहीं होने देगी। उन्होंने यह भी बताया कि जनता और पार्टी के विरोध के कारण सरकार को अपने निर्णय में कुछ बदलाव करने पड़े हैं, लेकिन जब तक सभी स्कूलों को बंद करने की योजना पूरी तरह से रद्द नहीं होती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।


जनता से अपील

जनता को जगाने की अपील


संजय सिंह ने अपने भाषण की शुरुआत शंख बजाकर की और कहा कि अब जनता को भी शंखनाद करना होगा। उन्होंने सवाल उठाया कि जब शराब की दुकानों को तीन सौ मीटर की दूरी पर खोला जा सकता है, तो स्कूलों के लिए तीन किलोमीटर की दूरी क्यों निर्धारित की गई है? उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे उन सभी स्कूलों का निरीक्षण करें जिन्हें बंद किया गया है।


योगी सरकार पर आरोप

'गरीबों के बच्चों को बनाना टारगेट'


संजय सिंह ने योगी सरकार पर आरोप लगाया कि यह निर्णय गरीब, दलित, पिछड़ा और अल्पसंख्यक बच्चों को शिक्षा से वंचित करने की एक सोची-समझी साजिश है। उन्होंने कहा कि दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी ने यह साबित किया है कि सरकारी स्कूल भी उच्च गुणवत्ता के हो सकते हैं, जबकि यूपी सरकार शिक्षा को नष्ट करने पर तुली हुई है।


सरकार को चेतावनी

दिलीप पांडेय ने दी सरकार को चेतावनी


उत्तर प्रदेश सह प्रभारी दिलीप पांडेय ने कहा कि यह आंदोलन अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच गया है। यदि सरकार सोचती है कि थोड़ी छूट देकर वह जनता को भ्रमित कर सकती है, तो यह उसकी बड़ी गलती होगी। आम आदमी पार्टी इस मुद्दे को हर गली और गांव तक ले जाएगी।


शिक्षा पर हमले का विरोध

शिक्षा पर हमला बर्दाश्त नहीं


दिल्ली के विधायक और प्रदेश सह प्रभारी अनिल झा ने कहा कि भाजपा सरकार एक साजिश के तहत वंचित वर्गों के बच्चों को शिक्षा से वंचित रखना चाहती है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे सांसद संजय सिंह के नेतृत्व में चल रहे इस संघर्ष में मजबूती से साथ दें। निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी के प्रयासों से स्कूलों को बंद होने से आंशिक रूप से रोका गया है, जो जनता, अभिभावकों और कार्यकर्ताओं की बड़ी जीत है। उन्होंने यह भी कहा कि स्कूल बचाओ आंदोलन आगे और तेज होगा।


धरने में जुटे नेता और कार्यकर्ता

प्रदेशभर से जुटे सैकड़ों नेता और कार्यकर्ता


धरने में पार्टी के वरिष्ठ नेता जैसे हाजी यूनुस, विनय पटेल, दिनेश पटेल, हृदेश चौधरी, सर्वेश मिश्रा, नीलम यादव, प्रिंस सोनी, वंशराज दुबे, पंकज अवाना, छवि यादव, इरम रिजवी और कई जिलों के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। उनकी उपस्थिति ने आंदोलन को और मजबूती प्रदान की।