उत्तर भारत में कोहरे का असर, दक्षिण में बारिश की चेतावनी
मौसम का मिजाज: ठंड और बारिश
दिल्ली और अन्य उत्तरी राज्यों में शीतलहर का प्रभाव। नवंबर के अंत के साथ, उत्तर भारत में सर्दी का प्रकोप बढ़ने लगा है। पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण ठंडी हवाएं मैदानी इलाकों में तापमान को गिरा रही हैं, जबकि दक्षिण भारत में पूर्वोत्तर मानसून सक्रिय है, जिससे बारिश का सिलसिला जारी है।
श्रीलंका के दक्षिणी हिस्से और बंगाल की खाड़ी में चक्रवात की स्थिति नमी का संचार बढ़ा रही है, जिससे भारी बारिश की संभावनाएं बन रही हैं। अगले पांच दिनों में उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, मध्य प्रदेश और पूर्वोत्तर भारत के कई क्षेत्रों में हल्का से मध्यम कोहरा छाने की संभावना है।
सर्दी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है
मौसम विभाग के अनुसार, ठंड का असर तेजी से बढ़ रहा है। 16 और 17 नवंबर को शीतलहर की स्थिति अधिकतम होगी। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में न्यूनतम तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी, जिससे सुबह और रात के समय ठंड का अनुभव बढ़ेगा।
जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में तापमान में गिरावट
बर्फबारी के बाद तेज हवाओं के कारण तापमान में गिरावट आई है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड के कई क्षेत्रों में तापमान जमाव बिंदु से नीचे चला गया है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि ठंडी हवाएं मैदानों तक पहुंचेंगी, जिससे तापमान में और गिरावट आएगी।
ठिठुरन में वृद्धि
उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में पाला पड़ने से ठिठुरन बढ़ गई है। सुबह की कड़ाके की ठंड, दोपहर में हल्की धूप और शाम को फिर से बढ़ती ठंड के साथ मौसम में तेजी से बदलाव हो रहा है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे गिर गया है, जिससे सर्दी-जुकाम जैसी स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ने लगी हैं।
शून्य से नीचे तापमान
हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में ठंड ने रिकॉर्ड स्तर छू लिया है। ताबो में तापमान माइनस 5.3, कुकुमसेरी में माइनस 4.1, केलांग में माइनस 3.6 और कल्पा में 0.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले दिनों में मौसम साफ रहेगा, लेकिन रात में ठंड बढ़ सकती है।