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उत्तर भारत में मूसलधार बारिश का कहर: बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र और राहत कार्य

उत्तर भारत इस समय मूसलधार बारिश और बाढ़ की गंभीर समस्या का सामना कर रहा है। दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब और बिहार में हालात चिंताजनक हैं। मौसम विभाग ने अगले सप्ताह भी भारी बारिश की चेतावनी दी है। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा ठप हो गई है, जबकि पंजाब और बिहार में बाढ़ के कारण कई लोग प्रभावित हुए हैं। जानें इन क्षेत्रों में राहत कार्य और स्थिति के बारे में अधिक जानकारी।
 

उत्तर भारत में बारिश और बाढ़ की स्थिति

North India Weather: उत्तर भारत इस समय मूसलधार बारिश और बाढ़ की गंभीर समस्या का सामना कर रहा है। दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब और बिहार में हालात चिंताजनक बने हुए हैं। बुधवार रात से कई क्षेत्रों में तेज बारिश हो रही है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो गया है। मौसम विभाग ने अगले सप्ताह भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। हिमालयी तराई क्षेत्रों में अगस्त की शुरुआत से लगातार वर्षा हो रही है, जिसके कारण उत्तराखंड और उत्तर बिहार में स्थिति बेहद नाजुक हो गई है। बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवाती सर्कुलेशन पश्चिम की ओर बढ़ रहा है, जिससे बारिश का प्रभाव और बढ़ गया है।


उत्तराखंड में बारिश का कहर

भारी बारिश और भूस्खलन के कारण उत्तराखंड में चारधाम यात्रा ठप हो गई है। बद्रीनाथ, केदारनाथ और हेमकुंड साहिब की यात्रा गुरुवार तक स्थगित कर दी गई है। यमुनोत्री का पैदल मार्ग दो दिन से बंद है, जबकि गंगोत्री धाम की यात्रा धराली आपदा के कारण रुकी हुई है। सोनप्रयाग में यात्रियों ने जबरन केदारनाथ यात्रा शुरू करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने रोकने पर कुछ यात्रियों को बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ने पर मजबूर कर दिया, जिससे दो-तीन यात्री घायल हो गए। ऋषिकेश में भूस्खलन के कारण एक ट्रक गंगा में गिर गया, जिसमें सवार हरिद्वार निवासी सादिक और फरमान बह गए।


पंजाब में बाढ़ जैसे हालात

पंजाब के अमृतसर में ब्यास दरिया खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। सतलुज में जलस्तर बढ़ने से गुरदासपुर, कपूरथला, होशियारपुर, अमृतसर और फिरोजपुर में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। कपूरथला के भैणी कादर गांव में अस्थायी बांध टूटने से 16 गांव पानी में घिर गए हैं। जालंधर में देर रात से हो रही तेज बारिश ने तापमान में तीन से चार डिग्री की गिरावट ला दी है, जिससे जलभराव की समस्या भी उत्पन्न हो गई है।


बिहार में बाढ़ का संकट

भारी वर्षा के कारण बिहार के गंगा किनारे बसे 10 जिलों में बाढ़ का संकट गहरा गया है। 54 प्रखंडों की 348 पंचायतों में लगभग 25 लाख लोग प्रभावित हैं। पटना, भोजपुर, सारण, वैशाली, बेगूसराय, लखीसराय, मुंगेर, खगड़िया, भागलपुर और कटिहार सबसे अधिक प्रभावित जिलों में शामिल हैं। गोपालपुर प्रखंड के इस्माइलपुर-सैदपुर बिंदटोली रिंग बांध के कई हिस्से गंगा की तेज धार में टूट गए, जिससे बिंदटोली गांव के दर्जनों घर नदी में समा गए और लगभग 3,400 लोग बेघर हो गए। अब तक बिहार में बाढ़ से पांच लोगों की मौत हो चुकी है।


उत्तर प्रदेश में बाढ़ की स्थिति

पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश के कारण उत्तर प्रदेश में गंगा, रामगंगा और गागन समेत कई नदियों का जलस्तर काफी बढ़ गया है। बाढ़ के पानी में डूबकर सिपाही समेत पांच लोगों की मौत की भी खबर आई है। प्रशासन ने संवेदनशील क्षेत्रों में अलर्ट जारी कर राहत-बचाव दल तैनात कर दिए हैं।