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उत्तरकाशी में बाढ़ राहत कार्य: IAS अधिकारी देंगे एक दिन का वेतन

उत्तरकाशी के धारली में बाढ़ के कारण भारी नुकसान हुआ है, लेकिन राहत कार्य तेजी से चल रहे हैं। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और सेना की टीमें बचाव कार्य में जुटी हैं। IAS अधिकारी मुख्यमंत्री राहत कोष में एक दिन का वेतन दान करेंगे। स्वास्थ्य विभाग ने 70 से अधिक घायलों का उपचार किया है। जानें इस आपदा के बारे में और क्या हो रहा है।
 

उत्तरकाशी में बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र में राहत कार्य

Uttarkashi Cloudburst: उत्तरकाशी के धारली में बाढ़ के कारण भारी नुकसान हुआ है, लेकिन गुरुवार की सुबह आपदा प्रभावित लोगों को कुछ राहत मिली है। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, सेना, आईटीबीपी और अन्य एजेंसियां लगातार बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं। अस्थायी पुलों का निर्माण किया जा रहा है और मलबा हटाने का कार्य भी प्रारंभ हो चुका है। खोजी कुत्तों की मदद से मलबे में दबे शवों की तलाश की जा रही है। अधिकारी现场 पर मौजूद हैं और सभी गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं।


उत्तरकाशी के धारली में आई आपदा के बाद राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहे हैं। राज्य सरकार और विभिन्न एजेंसियों की टीमें प्रभावित क्षेत्रों में सक्रिय हैं। भटवाड़ी और गंगानी के बीच गंगोत्री राजमार्ग का लगभग 50 मीटर हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था, जिससे वाहन फंस गए थे। बीआरओ ने इसकी मरम्मत कर दी है। प्रशासन ने लोगों के लिए राशन और पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था की है।


एसडीआरएफ के आईजी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में इंटरनेट कनेक्टिविटी बहाल करने के लिए टावर लगाए जा रहे हैं। सेना और वायुसेना के हेलीकॉप्टर आवश्यक सामग्री और लोगों को लाने-ले जाने में सहायता कर रहे हैं। इसके साथ ही, जेसीबी, क्रेन और जनरेटर भी मौके पर भेजे गए हैं।


आईएएस अधिकारी देंगे एक दिन का वेतन

एक दिन का वेतन दान करेंगे IAS अधिकारी


उत्तराखंड के आईएएस अधिकारी उत्तरकाशी आपदा पीड़ितों की सहायता के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में एक दिन का वेतन दान करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय आईएएस एसोसिएशन की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया।


चिनूक से भेजा गया जनरेटर

चिनूक से धारली भेजा गया जनरेटर


चिनूक हेलीकॉप्टर ने भी बचाव अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। गुरुवार को धारली में 125 केवी का जनरेटर भेजा गया। धारली क्षेत्र में बिजली और संचार सेवाएं ठप हैं, जिससे बचाव कार्य में कठिनाई आ रही है। गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने बताया कि जनरेटर का उपयोग आपदा प्रभावित क्षेत्रों में संचार और बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए किया जाएगा।


घायलों का उपचार

हर्शिल के धारली में घायलों का उपचार


स्वास्थ्य विभाग की टीम ने धारली और हर्षिल में आपदा में घायल हुए 70 से अधिक मरीजों का उपचार किया। गंभीर रूप से घायल पांच लोगों को एम्स ऋषिकेश और एमएच देहरादून रेफर किया गया है। स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हर्षिल में तैनात डॉक्टरों को धारली भेजा गया है। विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम भी धारली और हर्षिल में तैनात है। कई लोग मानसिक तनाव का सामना कर रहे हैं और उनके लिए काउंसलिंग की जा रही है।


चिन्यालीसौड़ में हेलीकॉप्टर की तैनाती

चिन्यालीसौड़ में रहेंगे हेलीकॉप्टर


राहत कार्यों में तेजी लाने के लिए चिनूक और एमआई-17 हेलीकॉप्टरों को चिन्यालीसौड़ में तैनात किया जाएगा। पहले ये जॉलीग्रांट हैंगर में थे। मुख्य सचिव आनंद वर्धन ने बताया कि हेलीकॉप्टरों को दून से पहुंचने में अधिक समय लग रहा है। चिन्यालीसौड़ में रुकने से यह समय कम हो सकता है। बुधवार को खराब मौसम के कारण उत्तरकाशी के प्रभावित क्षेत्रों में बचाव कार्य में बाधा आई थी। मौसम साफ होते ही गुरुवार को राहत कार्यों में तेजी आई।