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उत्तराखंड में बाढ़: एनडीआरएफ ने 497 छात्रों को सुरक्षित निकाला, हरिद्वार में अलर्ट जारी

उत्तराखंड में हाल की भारी बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। एनडीआरएफ ने देहरादून में एक बच्चे और 497 छात्रों को सुरक्षित निकाला। हरिद्वार में गंगा का जलस्तर बढ़ने से प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। जानें इस संकट के बारे में और क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
 

उत्तराखंड में बाढ़ की स्थिति

देहरादून/हरिद्वार - उत्तराखंड में हाल ही में हुई भारी बारिश और बादल फटने के कारण कई क्षेत्रों में बाढ़ और जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने मंगलवार को देहरादून के प्रेमनगर क्षेत्र में दो महत्वपूर्ण बचाव अभियानों को सफलतापूर्वक अंजाम दिया, जिसमें एक बच्चे और 497 छात्रों को सुरक्षित निकाला गया।


एनडीआरएफ के बचाव अभियान

एनडीआरएफ ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर इन अभियानों की जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि देहरादून के प्रेमनगर में स्वर्णा नदी की बाढ़ में एक बच्चा फंस गया था। एनडीआरएफ की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए फ्लड वाटर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और बच्चे को सुरक्षित बाहर निकालकर प्राथमिक स्वास्थ्य उपचार प्रदान किया।


इसके अलावा, एनडीआरएफ ने 497 छात्रों को भी सुरक्षित निकाला। उन्होंने बताया कि प्रेमनगर स्थित देवभूमि कॉलेज के छात्रों ने बाढ़ के कारण फंसे होने की सूचना दी थी। इसके बाद, एनडीआरएफ की टीम ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया और सभी छात्रों को सुरक्षित निकाला।


हरिद्वार में गंगा का जलस्तर बढ़ा

हरिद्वार में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिसके चलते प्रशासन ने लोगों को सख्त अलर्ट जारी किया है। प्रशासन ने स्थिति को गंभीर मानते हुए पूरी सतर्कता बरतने का निर्णय लिया है। गंगा किनारे रहने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए व्यापक कदम उठाए जा रहे हैं।


हरिद्वार पुलिस लाउडस्पीकर के माध्यम से जागरूकता अभियान चला रही है ताकि अचानक बढ़ते जलस्तर से होने वाले नुकसान से बचा जा सके। स्थानीय निवासियों को चेतावनी दी गई है कि वे नदी के निकट न जाएं और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। जिला अधिकारी और आपदा प्रबंधन टीम प्रभावित क्षेत्रों का लगातार निरीक्षण कर रही है।


इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात की और भारी बारिश तथा बादल फटने की घटनाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन भी दिया।