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उदयपुर फाइल्स फिल्म पर विवाद: मेरठ में पोस्टर जलाने के मामले में चार गिरफ्तार

राजस्थान के उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या पर आधारित फिल्म 'उदयपुर फाइल्स' के पोस्टर जलाने के मामले में मेरठ में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह घटना हिंदू समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में हुई है। पुलिस ने वीडियो के आधार पर कार्रवाई की है। जानें इस विवाद की पूरी कहानी और इसके पीछे की पृष्ठभूमि।
 

उदयपुर कन्हैया लाल की हत्या पर आधारित फिल्म का विवाद

राजस्थान के उदयपुर में 2022 में दर्जी कन्हैया लाल की क्रूर हत्या ने पूरे देश को झकझोर दिया था। इसी घटना पर आधारित फिल्म 'उदयपुर फाइल्स' हाल ही में रिलीज हुई है, जिसके पोस्टर को मेरठ में कुछ लोगों ने जलाया और उस पर आपत्तिजनक व्यवहार किया। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए AIMIM पार्षद समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है।


मेरठ में हुई घटना का विवरण

यह घटना मेरठ के थाना लिसाड़ीगेट क्षेत्र के इस्लामाबाद इलाके में हुई। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दिखाया गया कि 'उदयपुर फाइल्स' फिल्म का पोस्टर जलाया गया और उसे जूतों से रौंदा गया। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि यह कृत्य हिंदू समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाने और मृतक कन्हैया लाल का अपमान करने वाला है। इसी आधार पर पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 299 के तहत मामला दर्ज किया।


पुलिस की कार्रवाई

चार आरोपियों की गिरफ्तारी


पुलिस ने वीडियो और शिकायत के आधार पर AIMIM पार्षद फजल करीम, अनीस, शाहिद और कासिम को गिरफ्तार किया है। थाना प्रभारी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि वायरल वीडियो की जांच की जा रही है और आगे की कार्रवाई सबूतों के आधार पर की जाएगी।


हिंदू संगठन की शिकायत पर मामला दर्ज

संगठन की ओर से तहरीर दी गई


अखिल भारतीय हिंदू सुरक्षा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सचिन सिरोही ने थाना पुलिस को तहरीर दी थी। सिरोही का कहना है कि वे 23 अगस्त को मेरठ के एक मॉल में हिंदू समाज के लोगों को यह फिल्म दिखा रहे थे। तभी से उन्हें सोशल मीडिया पर लगातार धमकियां मिल रही हैं। उन्होंने वीडियो का हवाला देते हुए कहा कि इस कृत्य ने पूरे हिंदू समाज को आहत किया है।


फिल्म का उदयपुर कांड से संबंध

कन्हैया लाल की हत्या की पृष्ठभूमि


जून 2022 में उदयपुर के हाथीपोल इलाके में दर्जी कन्हैया लाल की उनकी दुकान में हत्या कर दी गई थी। हमलावरों ने धारदार हथियार से उन पर हमला किया था। कहा गया कि कन्हैया लाल ने सोशल मीडिया पर इस्लाम के खिलाफ एक पोस्ट का समर्थन किया था, जिससे आरोपी नाराज थे। इस घटना की जांच एनआईए कर रही है। इसी मामले पर आधारित फिल्म 'उदयपुर फाइल्स' हाल ही में सिनेमाघरों में रिलीज हुई, जिसने नए सिरे से विवाद खड़ा कर दिया है।