एयर इंडिया विमान हादसा: सरकार ने की पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस, पीड़ितों को सहायता का आश्वासन
सरकार की पहली प्रतिक्रिया
अहमदाबाद में एयर इंडिया के विमान दुर्घटना पर केंद्र सरकार ने अपनी पहली आधिकारिक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने ब्रीफिंग की शुरुआत में एक मिनट का मौन रखकर हादसे में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने इसे एक "राष्ट्रीय त्रासदी" करार दिया और पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की।
बोइंग 787 विमानों की जांच का आदेश
प्रेस कॉन्फ्रेंस में नायडू ने बताया कि डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) के निर्देश पर बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमानों की गहन जांच शुरू की गई है। भारत में मौजूद 34 ड्रीमलाइनर विमानों में से अब तक आठ का निरीक्षण किया जा चुका है। यह कदम सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
पीड़ित परिवारों को सहायता देने का आश्वासन
मंत्री ने कहा कि एयर इंडिया को निर्देश दिए गए हैं कि वह इस हादसे से प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करे। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि केंद्र सरकार इस घटना से जुड़े सभी पहलुओं पर गंभीरता से काम कर रही है और प्रभावितों को अकेला नहीं छोड़ा जाएगा।
ब्लैक बॉक्स की बरामदगी और जांच
नागरिक उड्डयन सचिव समीर कुमार सिन्हा ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि दुर्घटनाग्रस्त विमान का ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है। एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने हादसे के दिन ही जांच शुरू कर दी थी। ब्लैक बॉक्स का डेटा फोरेंसिक विश्लेषण के लिए भेजा गया है, जिससे दुर्घटना के असली कारणों का जल्द पता चलने की उम्मीद है।
दुर्घटना की समयरेखा
समीर कुमार सिन्हा के अनुसार, यह दुर्घटना दोपहर 1:40 बजे हुई। शाम करीब 6 बजे तक DGCA, AAI और AAIB की टीमें घटनास्थल पर पहुंच चुकी थीं। उस समय तक विमान में लगी आग बुझाई जा चुकी थी। इसके बाद एक कंट्रोल रूम स्थापित किया गया जिसमें CISF, BCAS और अन्य एजेंसियों को शामिल किया गया। सभी संबंधित अधिकारियों की मौजूदगी में समन्वित कार्रवाई शुरू की गई।
उच्च स्तरीय समिति का गठन
सरकार ने शुक्रवार रात को एक उच्च स्तरीय समिति के गठन का आदेश दिया। यह समिति इस भीषण विमान हादसे की विस्तृत जांच करेगी और सुरक्षा मानकों की समीक्षा कर रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। विमान ने दुर्घटना से पहले पेरिस-दिल्ली और दिल्ली-अहमदाबाद की उड़ानें बिना किसी समस्या के पूरी की थीं।
मंत्री की व्यक्तिगत संवेदना
नागरिक उड्डयन मंत्री नायडू ने भावुक होते हुए कहा, "मैंने भी एक सड़क दुर्घटना में अपने पिता को खोया है, इसलिए मैं उन परिवारों के दर्द को भली-भांति समझ सकता हूं।" उन्होंने आश्वासन दिया कि इस घटना की पूरी पारदर्शिता से जांच होगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।