कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री में हड़कंप: पवित्रा गौड़ा की गिरफ्तारी
पवित्रा गौड़ा की गिरफ्तारी से कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री में हलचल
Pavitra Gowd Arrest: कन्नड़ फिल्म जगत में एक बड़ा विवाद उत्पन्न हो गया है, जब बेंगलुरु पुलिस ने रेनुकास्वामी हत्या मामले में मुख्य आरोपी पवित्रा गौड़ा को उनके निवास से गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई सुप्रीम कोर्ट द्वारा पवित्रा और अभिनेता दर्शन थूगुदीपा सहित अन्य आरोपियों की जमानत रद्द करने के कुछ घंटों बाद की गई। इस मामले ने कर्नाटक में काफी सुर्खियां बटोरी हैं और पवित्रा की गिरफ्तारी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है।
रेनुकास्वामी हत्या मामले में पवित्रा गौड़ा की गिरफ्तारी
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को कर्नाटक हाई कोर्ट के दिसंबर 2024 के फैसले को पलट दिया, जिसमें पवित्रा और दर्शन को जमानत दी गई थी। जस्टिस जे.बी. पारदीवाला और आर. महादेवन की बेंच ने कहा कि हाई कोर्ट का निर्णय 'गंभीर खामियों' से भरा था। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है और सभी आरोपियों को तुरंत हिरासत में लिया जाए। इसके साथ ही कोर्ट ने यह भी चेतावनी दी कि जेल में आरोपियों को कोई विशेष सुविधा नहीं दी जानी चाहिए।
#WATCH | Bengaluru, Karnataka | The Police arrest actor Pavitra Gowda after the Supreme Court cancelled the bail granted to her by the High Court in the Renukaswamy murder case.
Visuals from outside of Pavithra Gowda's residence. pic.twitter.com/jqf56st025
रेनुकास्वामी हत्या का मामला जून 2024 में सामने आया था, जिसमें 33 वर्षीय रेनुकास्वामी का कथित तौर पर अपहरण, प्रताड़ना और हत्या की गई थी। पुलिस के अनुसार, रेनुकास्वामी ने पवित्रा गौड़ा को सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक संदेश भेजे थे, जिसके बाद उन्हें बेंगलुरु में एक शेड में तीन दिन तक बंधक बनाकर रखा गया और यातना दी गई। बाद में उनकी लाश एक नाले में पाई गई। इस मामले में पवित्रा को मुख्य आरोपी और दर्शन को दूसरा आरोपी माना गया है।
मेडिकल जांच के बाद कोर्ट में पेश किया जाएगा
पवित्रा को उनके आरआर नगर स्थित निवास से गिरफ्तार किया गया है और अब उन्हें मेडिकल जांच के बाद कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस ने अन्य आरोपियों प्रदीप राव, लक्ष्मण एम और नागराजू आर को भी हिरासत में लिया है। दर्शन की गिरफ्तारी भी जल्द होने की संभावना है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में शीघ्र सुनवाई और निष्पक्ष जांच के आदेश दिए हैं, जिससे यह केस और भी चर्चा में आ गया है।