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करनाल अस्पताल में प्रसव के दौरान नवजात की मौत, परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप

हरियाणा के करनाल स्थित नागरिक अस्पताल में प्रसव के दौरान एक नवजात की मौत हो गई, जिसके लिए परिजनों ने स्टाफ नर्स पर लापरवाही का आरोप लगाया है। परिवार का कहना है कि नर्स ने समय पर डिलीवरी नहीं कराई और खाना खाने चली गई, जबकि महिला दर्द में थी। इस घटना के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। परिजन दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। जानें इस मामले की पूरी जानकारी।
 

परिजनों ने अस्पताल स्टाफ पर लापरवाही का आरोप


Karnal News, करनाल: हरियाणा के करनाल के नागरिक अस्पताल में प्रसव के दौरान एक नवजात की मृत्यु का मामला सामने आया है। परिजनों का आरोप है कि स्टाफ नर्स की लापरवाही के कारण बच्चे की जान गई। उनका कहना है कि नर्स ने समय पर डिलीवरी नहीं कराई और खाना खाने चली गई, जबकि महिला प्रसव पीड़ा में थी। इस घटना की जानकारी पुलिस को दी गई, जिसने जांच शुरू कर दी है। परिजन दोषी स्टाफ नर्स और अन्य कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.


डिलीवरी के लिए नर्स ने कहा, अभी दर्द और बढ़ने दो

कुंजपुरा के एक परिवार ने 12 अक्टूबर की शाम अपनी बहू पिंकी को लेबर पेन के कारण करनाल के नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया। पिंकी की ननंद सोनिया ने बताया कि उन्होंने ड्यूटी पर मौजूद स्टाफ को सूचित किया कि महिला को लेबर पेन हो रहा है, लेकिन नर्स बार-बार यही कहती रही कि अभी दर्द और बढ़ने दो। इस लापरवाही के कारण काफी समय बर्बाद हुआ।


खाना खाकर डिलीवरी करने की बात कही गई

जब प्रसूता को तेज दर्द हुआ, तो स्टाफ ने उसे लेबर रूम में ले जाया, लेकिन वहां पहले से एक अन्य मरीज की डिलीवरी चल रही थी। आरोप है कि उस महिला की डिलीवरी के बाद नर्स ने कहा कि वह पहले खाना खाकर आएगी, फिर दूसरी डिलीवरी करेगी। इस बीच, प्रसूता को और दर्द बढ़ा और बच्चा बाहर आने लगा।


लेबर रूम में सफाई कर्मचारी ने बच्चे को पकड़ा

नवजात के पिता गुरसेवक का कहना है कि जब बच्चा बाहर आया, तो लेबर रूम में मौजूद सफाई कर्मचारी ने ही बच्चे को पकड़ा। उसने कई बार जोर से पुकारा कि मेडम अंदर आओ, लेकिन नर्स ने उसकी आवाज नहीं सुनी। बाद में बच्चे की बुआ सोनिया खुद बाहर भागी और मेडम को बुलाकर ले आई। जब तक स्टाफ पहुंचा, तब तक बच्चे की स्थिति बिगड़ चुकी थी।


स्टाफ की लापरवाही ने घर की खुशियां छीन लीं

मृतक नवजात के पिता गुरसेवक ने बताया कि उनकी शादी को एक साल ही हुआ था और यह उनका पहला बच्चा था। उन्होंने कहा कि डिलीवरी सामान्य थी, फिर भी नर्स ने मरीज को सात टांके लगा दिए। परिवार का कहना है कि अस्पताल के स्टाफ की लापरवाही ने उनकी खुशियों को छीन लिया।