करूर रैली में भगदड़: क्या बिजली कटौती के पीछे है कोई साजिश?
करूर रैली में बढ़ता विवाद
करूर रैली: TVK के नेता विजय की करूर रैली में भीड़ और बिजली कटौती को लेकर विवाद गहरा गया है। इस भगदड़ में 41 लोगों की जान चली गई, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं, जबकि 60 से अधिक लोग घायल हुए हैं। अब यह जानकारी सामने आई है कि TVK ने पहले ही सार्वजनिक सुरक्षा के लिए अस्थायी बिजली बंद करने का अनुरोध किया था, जिसे तमिलनाडु विद्युत बोर्ड (TNEB) ने ठुकरा दिया था।
TVK का बिजली बंद करने का अनुरोध
पार्टी के सूत्रों के अनुसार, यह रैली एक बड़े स्तर पर आयोजित की गई थी और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अस्थायी बिजली कटौती की आवश्यकता थी। हालांकि, सरकार ने स्पष्ट किया है कि रैली स्थल पर कोई बिजली कटौती नहीं हुई, केवल कुछ लाइट्स में हल्की समस्या एक जेनरेटर की खराबी के कारण हुई थी।
TVK ने साजिश की आशंका जताई
पार्टी के सूत्रों का आरोप है कि रैली स्थल पर बिजली कटौती और भीड़ को जानबूझकर नियंत्रित नहीं किया गया। एक सूत्र ने कहा कि यह घटना पुलिस और स्थानीय नेताओं द्वारा योजनाबद्ध तरीके से की गई, जिनका स्थानीय गुंडों से संबंध है।
आंखों देखी घटनाएं
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, कुछ गवाहों ने बताया कि रैली के दौरान शाम 7 बजे से 7:30 बजे के बीच बिजली चली गई थी। पीड़ितों के परिवार के सदस्य विनोद कुमार ने कहा कि उनकी चार सदस्यीय टीम विजय सर को देखने के लिए देर तक रैली में रुकी। बिजली कटौती के दौरान भीड़ बढ़ गई और उनकी भाभी और उनके दो बच्चे (11 और 7 साल) वहीं पर दम तोड़ गए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दम घुटने से मौत की पुष्टि हुई है।
सरकार का दावा: बिजली कटौती नहीं हुई
तमिलनाडु सरकार ने रविवार को स्पष्ट किया कि रैली स्थल पर कोई बिजली कटौती नहीं हुई। सरकार की तथ्य-जांच इकाई ने सोमवार को X पर लिखा कि कार्यक्रम में कोई बिजली कटौती नहीं हुई। हालांकि, TVK ने अनुरोध किया था, लेकिन कोई बिजली बंद नहीं किया गया। केवल कुछ लाइट्स का धीमा होना पार्टी के जेनरेटर की खराबी के कारण था। जिला कलेक्टर और ADGP ने भी इसी तरह का बयान जारी किया।