कर्नाटक में आवारा कुत्ते का हमला: महिला गंभीर रूप से घायल, स्थानीय लोगों का गुस्सा फूटा
भयावह हमला
कर्नाटक के तुमकुरु जिले में शनिवार को गुब्बी कोर्ट परिसर में एक चौंकाने वाली घटना घटी, जब एक आवारा कुत्ते ने 35 वर्षीय गंगूबाई पर हमला कर दिया। गंगूबाई, जो बीरसांद्रा गांव की निवासी हैं, पारिवारिक विवाद से संबंधित एक मामले के सिलसिले में कोर्ट आई थीं। अचानक कुत्ते के हमले से उनका चेहरा गंभीर रूप से घायल हो गया।
हमले का दृश्य
गवाहों के अनुसार, गंगूबाई शौचालय से बाहर आ रही थीं, तभी कुत्ते ने उन पर हमला कर दिया। कुत्ते ने उनके चेहरे को काटा और बचाव के प्रयासों के बावजूद वह लगातार हमला करता रहा। गंगूबाई की चीखें सुनकर आसपास के लोग मदद के लिए दौड़े और कुत्ते को रोकने में सफल रहे। घायल महिला को तुरंत गुब्बी तालुक अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें बेंगलुरु के लिए रेफर किया गया।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में गुस्सा फैल गया और उन्होंने उस कुत्ते का पीछा कर उसे मार डाला। यह घटना आवारा कुत्तों के प्रति बढ़ती चिंता और नाराजगी को दर्शाती है। भारत के कई क्षेत्रों में आवारा कुत्तों के हमलों की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं, जो कुत्ता प्रेमियों और सुरक्षा की मांग करने वालों के बीच विवाद का कारण बन रही हैं।
आवारा कुत्तों के हमलों में वृद्धि
कर्नाटक में इस तरह की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। इस साल अगस्त में, दावणगेरे में एक चार वर्षीय बच्ची आवारा कुत्ते के हमले के बाद लगभग चार महीने तक जीवन के लिए संघर्ष करती रही, लेकिन अंततः बेंगलुरु के अस्पताल में रेबीज के कारण उसकी मृत्यु हो गई। बीबीएमपी के आंकड़ों के अनुसार, 2025 के पहले छह महीनों में बेंगलुरु में 13,831 कुत्तों के काटने के मामले दर्ज किए गए हैं, जो चिंताजनक हैं।
अन्य राज्यों में भी हमले
कर्नाटक के अलावा, उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में भी एक दुखद घटना हुई है, जहां आवारा कुत्तों के झुंड ने एक 30 वर्षीय मानसिक रूप से विक्षिप्त महिला की जान ले ली। इस प्रकार की घटनाएं आवारा कुत्तों की समस्या के गंभीर प्रभाव को उजागर करती हैं।
महिला की मौत का मामला
आवारा कुत्तों के हमले लगातार बढ़ रहे हैं, जिससे आम जनता की सुरक्षा खतरे में है। इसके लिए कड़ी कार्रवाई, आवारा कुत्तों का नियंत्रण, टीकाकरण, और जागरूकता अभियान आवश्यक हैं। साथ ही, कुत्ता प्रेमियों और स्थानीय प्रशासन के बीच संतुलन बनाए रखना भी जरूरी है ताकि सभी पक्षों की भावनाओं का सम्मान हो सके और समुदाय सुरक्षित रह सके। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में आवारा कुत्तों के झुंड ने एक 30 वर्षीय मानसिक रूप से विक्षिप्त महिला को मार डाला।