कानपुर में दीपावली से पहले स्कूटर विस्फोट: जानें क्या है पूरा मामला?
कानपुर में विस्फोट की घटना
कानपुर स्कूटर विस्फोट: दीपावली जैसे महत्वपूर्ण त्योहार से पहले कानपुर के मेस्टन रोड पर मिश्री बाजार मोड़ पर एक भयंकर विस्फोट ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया। यह धमाका बुधवार की शाम लगभग 7:35 बजे हुआ, जिसमें 10 से 12 लोग घायल हुए। इनमें से आठ को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि चार की स्थिति गंभीर है, क्योंकि वे 50% से अधिक जल चुके हैं। घटना के तुरंत बाद अफरा-तफरी का माहौल बन गया और लोग अपनी जान बचाने के लिए घरों से बाहर भागने लगे। आसपास के घरों के शीशे टूट गए और कई दीवारों में दरारें आ गईं।
विस्फोट का कारण क्या है?
स्कूटियों में विस्फोट या कोई और वजह?
स्थानीय निवासियों और पुलिस के अनुसार, विस्फोट दो स्कूटियों में हुआ, जो अब्दुल नामक व्यक्ति की प्लास्टिक की दुकान के सामने खड़ी थीं। विस्फोट के कारण इन स्कूटियों के परखच्चे उड़ गए। हालांकि, विस्फोट का असली कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस आयुक्त रघुवीर लाल ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया और आशंका जताई कि यह धमाका स्कूटी की बैटरी के फटने से हो सकता है, लेकिन इस पर कोई निश्चितता नहीं है। मौके पर बम निरोधक दस्ता, फोरेंसिक टीम और डॉग स्क्वाड को भी तैनात किया गया है, जो जांच में जुटे हैं।
अवैध पटाखों की आशंका
अवैध पटाखा भंडारण की आशंका
यह घटना उस समय हुई है जब प्रशासन पूरे शहर में अवैध पटाखों के भंडारण के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहा है। घटनास्थल के निकट मरकज मस्जिद और कोतवाली स्थित हैं, साथ ही इलाके में कई फुटकर पटाखा दुकानदार सक्रिय हैं। इस संदर्भ में यह भी आशंका जताई जा रही है कि कहीं विस्फोट अवैध रूप से रखे पटाखों के कारण तो नहीं हुआ। हालांकि, इसकी पुष्टि अब तक नहीं हुई है।
घायलों की स्थिति
घायलों की हालत गंभीर, लखनऊ रेफर
इस घटना में घायल हुए 70 वर्षीय सुहाना, 60 वर्षीय अब्दुल और 50 वर्षीय अश्वनी कुमार गंभीर रूप से झुलसे हैं और उन्हें लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) रेफर किया गया है। दो घायलों को मामूली चोटें आई थीं जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि दो अन्य का इलाज उर्सुला अस्पताल में चल रहा है। पुलिस आयुक्त ने अस्पताल जाकर घायलों का हालचाल जाना और परिजनों से बातचीत की।
सुरक्षा एजेंसियों की सक्रियता
सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर
घटना के बाद न केवल पुलिस बल्कि खुफिया इकाइयों ने भी जांच शुरू कर दी है। चूंकि घटनास्थल संवेदनशील क्षेत्र में आता है और त्योहार का समय है, इसलिए सुरक्षा एजेंसियां इसे सामान्य हादसे की तरह नहीं देख रहीं। विस्फोट की असल वजह जानने के लिए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, विस्फोटक अवशेषों और सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जा रही है। पुलिस आयुक्त ने कहा है कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा और दोष सिद्ध होने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सुरक्षा तैयारियों पर सवाल
कानपुर का यह विस्फोट एक बार फिर त्योहारों से पहले की सुरक्षा तैयारियों पर सवाल उठाता है। चाहे यह हादसा बैटरी फटने से हुआ हो या अवैध पटाखों के कारण, इससे यह स्पष्ट है कि सुरक्षा में बड़ी चूक हुई है। अब जरूरत है कि प्रशासन और भी सतर्क होकर आगे की कार्रवाई करे, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।