कानपुर में नाबालिग के साथ बर्बरता: वीडियो वायरल, पुलिस ने शुरू की कार्रवाई
कानपुर में दिल दहला देने वाली घटना
Uttar Pradesh news: कानपुर से एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने मानवता को झकझोर कर रख दिया है। गुजैनी थाना क्षेत्र में एक नाबालिग लड़के के साथ क्रूरता की गई, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। पुलिस ने इस वीडियो का संज्ञान लेते हुए तुरंत मामला दर्ज किया और आरोपियों की तलाश तेज कर दी है।
वीडियो में नाबालिग की दयनीय स्थिति
वीडियो में नाबालिग लड़का रोते हुए रहम की गुहार लगाता नजर आ रहा है, लेकिन आरोपियों ने उस पर कोई दया नहीं दिखाई। उसे न केवल बेरहमी से पीटा गया, बल्कि उसके साथ ऐसी अमानवीय हरकतें की गईं, जिन्हें शब्दों में बयां करना भी कठिन है। पीड़ित की शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कई धाराओं में मामला दर्ज किया है।
झांसा देकर अपहरण का मामला
पीड़ित ने पुलिस को बताया कि 25 जून को जब वह अपनी दुकान पर था, तब दीपक पाल नाम का युवक उसके पास आया और कहा कि उसे घर से निकाल दिया गया है। जब पीड़ित उसकी मदद के लिए रामगोपाल चौराहे पर पहुंचा, तो दीपक के साथ दो अन्य युवक भी थे। तीनों ने उसे बहला-फुसलाकर एक सुनसान पार्क में बुलाया और फिर एक कार में बैठाकर जबरन एक घर में ले गए, जहां उसके साथ अमानवीय व्यवहार किया गया।
बर्बरता की हदें पार
पीड़ित लड़के ने बताया कि पहले तीनों ने उसकी बुरी तरह पिटाई की। इसके बाद, दीपक ने उसे जबरन यूरिन पिलाया और गंदी हरकतें कीं। शांतनु ने इस पूरी घटना का वीडियो रिकॉर्ड किया, जबकि डीके ने अपनी चप्पल पर थूककर उसे चटाया। यह सब बताते हुए नाबालिग फूट-फूट कर रो पड़ा।
पुलिस की कार्रवाई
कानपुर के डीसीपी दीपेंद्र नाथ चौधरी ने मीडिया को बताया कि पीड़ित की शिकायत पर तीनों आरोपियों – दीपक, शांतनु और डीके के खिलाफ IPC की गंभीर धाराओं में FIR दर्ज की गई है। पुलिस टीम लगातार छापेमारी कर रही है और जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि पीड़ित और आरोपियों के बीच कोई रंजिश नहीं थी।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि किस तरह से एक नाबालिग लड़के के साथ बर्बरता की जा रही है। इस घटना ने कानपुर शहर को झकझोर दिया है और लोगों में भारी आक्रोश है। लोग मांग कर रहे हैं कि आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कड़ी सजा दी जाए। पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि अपराधियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। पीड़ित की मानसिक स्थिति को देखते हुए उसे काउंसलिंग और उचित चिकित्सा सहायता भी प्रदान की जा रही है।