×

कारगिल युद्ध की 26वीं वर्षगांठ: गन हिल पर भारतीय सेना का विशेष स्मरण अभियान

भारतीय सेना ने 07 जुलाई 2025 को कारगिल युद्ध की 26वीं वर्षगांठ पर गन हिल पर एक विशेष स्मरण अभियान का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में 87 सैनिकों ने भाग लिया, जिन्होंने 1999 के ऑपरेशन विजय के दौरान इस महत्वपूर्ण ऊंचाई को दुश्मनों से मुक्त कराया था। यह आयोजन न केवल शहीदों को श्रद्धांजलि देने का अवसर था, बल्कि आज के जवानों को प्रेरित करने का भी एक सशक्त प्रतीक बना। गन हिल पर यह अभियान भारतीय सेना की शक्ति और बलिदान की भावना को जीवित रखने का प्रयास है।
 

भारतीय सेना का विशेष अभियान

भारतीय सेना ने 07 जुलाई 2025 को कारगिल युद्ध की 26वीं वर्षगांठ के अवसर पर लद्दाख के द्रास सेक्टर में स्थित गन हिल (प्वाइंट 5140) पर एक विशेष स्मरण अभियान का आयोजन किया। यह कार्यक्रम उन बहादुर जवानों की शहादत और साहस को समर्पित था, जिन्होंने 1999 के ऑपरेशन विजय के दौरान इस महत्वपूर्ण ऊंचाई को दुश्मनों से मुक्त कराया था।


87 सैनिकों की भागीदारी

अभियान में शामिल हुए 87 बहादुर सैनिक


इस भावनात्मक अभियान में 87 सैनिकों ने भाग लिया, जिनमें 10 आर्टिलरी यूनिट्स के 20 गनर्स शामिल थे। ये जवान वे थे, जिन्होंने गन हिल की पुनः प्राप्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनका साहस आज भी भारतीय सेना की शक्ति और रणनीतिक क्षमता का प्रतीक बना हुआ है।


गन हिल का महत्व

गन हिल: एक निर्णायक मोर्चा


गन हिल, जिसे पहले प्वाइंट 5140 के नाम से जाना जाता था, कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय सेना द्वारा पुनः प्राप्त की गई पहली प्रमुख ऊंचाई थी। इस चोटी पर विजय प्राप्त करने के बाद भारत की रणनीतिक स्थिति में महत्वपूर्ण बदलाव आया, जिससे युद्ध का समीकरण भारत के पक्ष में झुक गया। 2023 में इस ऐतिहासिक स्थल को भारतीय तोपखाने के योगदान की स्मृति में 'गन हिल' नाम दिया गया।


युद्ध नायकों की उपस्थिति

युद्ध के नायकों की उपस्थिति


इस अभियान में कर्नल (तत्कालीन कैप्टन) राजेश अधाऊ और सूबेदार (तत्कालीन लांस नायक) केवल सिंह ने भी भाग लिया। सूबेदार केवल सिंह को सेना मेडल से भी सम्मानित किया जा चुका है। राजेश अधाऊ ऑपरेशन विजय के समय 13 जम्मू-कश्मीर राइफल्स के रेजीमेंटल मेडिकल ऑफिसर थे। उन्होंने उपस्थित सैनिकों को युद्ध की घटनाएं और तोपखाने की रणनीतिक भूमिका विस्तार से बताई, जिससे प्रतिभागियों में गर्व और प्रेरणा की भावना जागृत हुई।


प्रेरणा का संदेश

प्रेरणा का संदेश


यह विशेष आयोजन न केवल उन वीर सपूतों को श्रद्धांजलि देने का अवसर था जिन्होंने देश की रक्षा में अपना सर्वस्व अर्पित कर दिया, बल्कि यह आज के जवानों और नागरिकों को देशप्रेम, कर्तव्य और बलिदान की भावना से प्रेरित करने वाला एक सशक्त प्रतीक भी बन गया।


कारगिल की भावना को जीवित रखना

कारगिल की भावना को जीवित रखने का प्रयास


भारतीय सेना द्वारा इस प्रकार के स्मरण अभियानों का उद्देश्य केवल अतीत को याद करना नहीं है, बल्कि देश के युवाओं में राष्ट्रीय गौरव और कृतज्ञता की भावना को मजबूत करना भी है। गन हिल पर यह अभियान उस संकल्प का उदाहरण है कि भारत अपने शहीदों की स्मृति को हमेशा जीवित रखेगा।