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किसान ने 1 लाख के कर्ज के लिए बेची अपनी किडनी, साहूकारों ने वसूले 74 लाख

महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में एक किसान ने 1 लाख रुपये के कर्ज के लिए अपनी किडनी बेचने का कदम उठाया। साहूकारों ने उसे 74 लाख रुपये का कर्ज चुकाने पर मजबूर किया, जिसके चलते उसने अपनी संपत्ति भी खो दी। यह मामला अब पुलिस के संज्ञान में है, जिसने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। जानिए इस दर्दनाक कहानी के बारे में और क्या कदम उठाए गए हैं।
 

चंद्रपुर में किसान की दर्दनाक कहानी

चंद्रपुर (मीडिया चैनल): महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है जो इंसानियत को शर्मसार कर देता है। यहां एक किसान को अवैध साहूकारी के जाल में फंसकर अपनी किडनी बेचनी पड़ी। उसने केवल 1 लाख रुपये का कर्ज लिया था, लेकिन साहूकारों ने ब्याज और पेनल्टी मिलाकर उसे 74 लाख रुपये बना दिया। इसके अलावा, कर्ज वसूली के लिए उसके घर, जमीन और ट्रैक्टर तक बिकवा दिए गए। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है।


यह घटना नागभीड़ तहसील के मिंथुर गांव की है। पीड़ित किसान रोशन सदाशिव कुडे ने बताया कि उसने 2021 में दूध के व्यवसाय के लिए चार साहूकारों से 40 प्रतिशत ब्याज पर 1 लाख रुपये उधार लिए थे। इन पैसों से उसने 15 से 20 गायें खरीदीं, लेकिन लंपी वायरस के कारण गायों की मौत हो गई, जिससे उसे भारी नुकसान हुआ। इसके बाद साहूकारों ने कर्ज चुकाने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। एक साहूकार का कर्ज चुकाने के लिए उसने दूसरे से उधार लिया और इस तरह वह 6 साहूकारों के चंगुल में फंस गया।


किसान का कहना है कि साहूकारों के बढ़ते कर्ज के कारण उसने अपनी चार एकड़ जमीन, पुश्तैनी घर, ट्रैक्टर और दोपहिया वाहन तक बेच दिए। अब तक वह 50 लाख रुपये से अधिक की नकद राशि और कुल मिलाकर 74 लाख रुपये की संपत्ति गंवा चुका है, लेकिन साहूकारों की उधारी खत्म नहीं हुई। जब उसके पास और कुछ नहीं बचा, तो एक साहूकार ने उसे किडनी बेचने का सुझाव दिया। मजबूरी में किसान ने सहमति दी। इसके बाद उसे एक एजेंट के माध्यम से पहले कोलकाता और फिर कंबोडिया भेजा गया, जहां उसकी किडनी 8 लाख रुपये में बेची गई।


इस घटना के बाद चंद्रपुर पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है। ब्रह्मपुरी पुलिस थाने में 6 आरोपियों के खिलाफ जबरन वसूली और महाराष्ट्र साहूकारी (विनियमन) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। अधिकारियों का कहना है कि यह अवैध साहूकारी का एक वीभत्स रूप है और मामले की गहराई से जांच की जा रही है ताकि गिरोह में शामिल अन्य लोगों और एजेंटों तक पहुंचा जा सके।