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किसानों का धरना जारी, सिंचाई मंत्री के घेराव की तैयारी

किसानों का धरना बाढड़ा आनज मंडी में 37वें दिन भी जारी है, जहां वे सिंचाई मंत्री श्रुति चौधरी के घेराव की योजना बना रहे हैं। किसान नेताओं ने आरोप लगाया है कि कपास बीमा में बड़े पैमाने पर घोटाला हुआ है। धरने में शामिल किसान नेताओं ने सरकार से कई मांगें की हैं, जिसमें एमएसपी गारंटी कानून लागू करने और बिजली निजीकरण को रद्द करने की मांग शामिल है। इस दौरान किसानों ने एक साथी की आत्मा की शांति के लिए श्रद्धांजलि भी अर्पित की।
 

किसानों का धरना 37वें दिन भी जारी


चर्की दादरी समाचार: खरीफ 2023 कपास बीमा घोटाले की जांच और 1लेम की प्राप्ति के लिए संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा बाढड़ा आनज मंडी में धरना 37वें दिन भी जारी है। धरने की संयुक्त अध्यक्षता नसीब कारी मोद और राजकुमार हडोदी ने की, जबकि संचालन रामपाल सिंह धारणी ने किया। धरने को संबोधित करते हुए कमल प्रधान और कामरेड ओमप्रकाश ने कहा कि सरकार को किसानों की मांगों पर ध्यान देना चाहिए। किसान पिछले 37 दिनों से धूप और बारिश में धरने पर बैठे हैं। उन्होंने कहा कि सिंचाई मंत्री श्रुति चौधरी के घेराव की योजना अगले एक-दो दिन में बनाई जाएगी।


कपास बीमा में घोटाले का आरोप

किसान नेताओं ने आरोप लगाया कि 2023 कपास बीमा में कृषि विभाग के अधिकारियों ने साजिश के तहत चुनाव आचार संहिता के दौरान भिवानी और चरखी-दादरी जिलों के 450 करोड़ रुपये के 1लेम को लगभग 100 करोड़ रुपये में सीमित कर दिया, जिससे 350 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ। इसके अलावा, हरियाणा में 2022-23 में फसल बीमा क्लेम 2497 करोड़ रुपये मिला, जबकि चुनावी वर्ष 2023-24 में यह केवल 224 करोड़ रुपये किसानों को दिया गया।


किसान नेताओं ने मांग की कि खेती को डूबती स्थिति से बाहर लाने के लिए नई कृषि विपणन नीति को रद्द किया जाए, मुक्त व्यापार समझौता समाप्त किया जाए, एमएसपी गारंटी कानून लागू किया जाए, किसानों का कर्ज माफ किया जाए, बिजली निजीकरण और स्मार्ट मीटर रद्द किए जाएं, और किसानों और मजदूरों को बिजली बिल से मुक्त किया जाए।


किसानों ने श्रद्धांजलि अर्पित की

धरने के दौरान किसानों ने ढरणी लक्ष्मण निवासी मनीषा की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। धरने में किसान नेता रणधीर सिंह कुंगड़, युवा नेता विजय कुमार मोटु, सीटू नेता सुमेर सिंह धारणी, मजदूर नेता रोशन लाल, श्योराण खाप प्रधान बिजेंद्र बेरला, मास्टर रघुवीर सिंह, धन सिंह, नसीब मोद, हवा सिंह, प्रताप सिंह, रमेश कुमार, राजेश कुमार भांडवा, ओमप्रकाश, करतार खोरड़ा, महीपाल कारी, नरेश कुमार, नरेश कुमार कादयान, जोरा, पारस, ब्रह्मपाल बाढड़ा, भूप सिंह धारणी आदि शामिल हुए।