कोलकाता गैंगरेप मामला: टीएमसी छात्र नेता समेत तीन गिरफ्तार
कोलकाता में गैंगरेप की घटना
कोलकाता गैंगरेप मामला: कोलकाता के साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में एक 24 वर्षीय पहली वर्ष की छात्रा के साथ गैंगरेप की घटना ने हड़कंप मचा दिया है। इस मामले में टीएमसी छात्र परिषद (TMCP) के पूर्व यूनिट अध्यक्ष और दो वर्तमान छात्रों को गिरफ्तार किया गया है। यह घटना कॉलेज परिसर के भीतर हुई, जिसके बाद राज्यभर में आक्रोश फैल गया। इसके अलावा, कॉलेज के सुरक्षा गार्ड को भी पुलिस ने शनिवार को हिरासत में लिया है।
मेडिकल रिपोर्ट और आरोपियों की पहचान
पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट में बलात्कार की पुष्टि हुई है, जिसमें जबरन यौन संबंध और शरीर पर काटने तथा खरोंच के निशान पाए गए हैं। पुलिस ने जिन तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनके नाम मनोजीत मिश्रा, जैब अहमद, और प्रमित मुखर्जी हैं। प्रारंभिक जांच के अनुसार, प्रमित ने छात्रा के साथ बलात्कार किया, जबकि अन्य दो आरोपी बाहर पहरा दे रहे थे।
मनोजीत मिश्रा: टीएमसी छात्र नेता
मनोजीत मिश्रा: मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा (31 वर्ष) साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में टीएमसी छात्र परिषद का पूर्व यूनिट अध्यक्ष रहा है। उसे बुधवार को कॉलेज परिसर के पास से गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अनुसार, मनोजीत एक मध्यमवर्गीय बंगाली परिवार से है और वह लंबे समय से टीएमसी से जुड़ा हुआ है। कॉलेज के सूत्रों के मुताबिक, वह पढ़ाई पूरी करने के बाद भी कॉलेज में सक्रिय रहा और छात्र राजनीति में गहराई से शामिल था।
प्रमित मुखर्जी: द्वितीय वर्ष का छात्र
प्रमित मुखर्जी: तीसरा आरोपी प्रमित मुखर्जी (20 वर्ष) कॉलेज का द्वितीय वर्ष का छात्र है। उसे गुरुवार को उसके घर से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने प्रमित और जैब के मोबाइल फोन भी जब्त किए हैं, जिनकी फॉरेंसिक जांच चल रही है। प्रमित को छात्र राजनीति में ज्यादा सक्रिय नहीं माना जाता था, लेकिन वह कुछ यूनियन सदस्यों के करीबी था।
जैब अहमद: फर्स्ट ईयर स्टूडेंट
जैब अहमद: जैब अहमद (19 वर्ष) कॉलेज का प्रथम वर्ष का छात्र है और वह सबसे कम उम्र का आरोपी है। छात्रों का कहना है कि वह शांत स्वभाव का है और हाल ही में छात्र यूनियन की गतिविधियों में भाग लेते देखा गया। पुलिस का कहना है कि पिछले कुछ महीनों में जैब और मनोजीत को अक्सर एक साथ देखा गया।
पुलिस कार्रवाई और आगे की जांच
पुलिस कार्रवाई: तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें चार दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस मामले में और कौन-कौन शामिल हो सकता है।