कोलकाता लॉ कॉलेज में सामूहिक बलात्कार की घटना: SIT का गठन और भाजपा का विरोध प्रदर्शन
कोलकाता पुलिस ने गठित की विशेष जांच टीम
कोलकाता के साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में हुई सामूहिक बलात्कार की घटना की जांच के लिए पुलिस ने एसीपी प्रदीप कुमार घोषाल की अगुवाई में एक पांच सदस्यीय विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया है। यह घटना 25 जून को कॉलेज के परिसर में एक पहली वर्ष की छात्रा के साथ हुई थी। अब तक पुलिस ने चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया है, जिनमें तीन आरोपी और एक सुरक्षा गार्ड शामिल हैं.
भाजपा का प्रदर्शन और केंद्रीय मंत्री की गिरफ्तारी
इस घटना के बाद भाजपा ने गरियाहाट क्रॉसिंग पर एक बड़ा विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री और पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को पुलिस ने हिरासत में लिया। एक आरोपी के पिता ने कहा है कि वे भारतीय नागरिक हैं और न्यायालय पर पूरा भरोसा रखते हैं। यदि उनका बेटा दोषी पाया जाता है, तो उन्हें कड़ी सजा दी जानी चाहिए.
आरोपी के पिता का बयान
आरोपी के पिता ने कहा कि उनका बेटा है तो क्या हुआ, पहले वे भारतीय नागरिक हैं। उन्होंने कहा कि मामले की जांच चल रही है और उन्हें पुलिस की जांच पर पूरा भरोसा है। उन्होंने यह भी कहा कि हो सकता है कि उनका बेटा इसमें शामिल हो, लेकिन वे पुलिस की निष्पक्षता पर विश्वास करते हैं.
भाजपा की जांच समिति का गठन
भाजपा ने इस मामले की जांच के लिए एक चार सदस्यीय समिति का गठन किया है। इस समिति में पूर्व केंद्रीय मंत्री सतपाल सिंह, मीनाक्षी लेखी, सांसद बिप्लब देब और मनन मिश्रा शामिल हैं। यह समिति घटनास्थल का दौरा करेगी और अपनी रिपोर्ट केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा को सौंपेगी.
प्रदर्शन के दौरान सुकांत मजूमदार का बयान
प्रदर्शन के दौरान सुकांत मजूमदार ने कहा कि यह पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र का अपमान है। उन्होंने ममता बनर्जी पर आरोप लगाया कि उन्होंने राज्य में लोकतंत्र को नष्ट कर दिया है.