क्या ट्रंप ने कतर हमले की जानकारी छिपाई? नेतन्याहू के दावे पर उठे सवाल
ट्रंप का बयान: कोई पूर्व सूचना नहीं मिली
ट्रंप का कतर हमले पर बयान: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को स्पष्ट किया कि इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने उन्हें पिछले हफ्ते कतर में हुए इजरायली हवाई हमले की कोई पूर्व जानकारी नहीं दी थी, जिसमें हमास के नेताओं को निशाना बनाया गया था.
ट्रंप ने रिपोर्ट्स को किया खारिज
ओवल ऑफिस में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने उन खबरों को नकारा, जिनमें कहा गया था कि उन्हें हमले की पूर्व सूचना दी गई थी. जब उनसे पूछा गया कि क्या नेतन्याहू ने उन्हें व्यक्तिगत रूप से आगाह किया था, तो ट्रंप ने स्पष्ट रूप से कहा, "नहीं, मुझे पहले से कोई जानकारी नहीं थी."
मिसाइलें हवा में थीं, जानकारी बाद में मिली
हवा में उड़ान भर चुकी थीं मिसाइलें
ट्रंप का यह बयान एक्सियोस की उस रिपोर्ट के विपरीत है, जिसमें कहा गया था कि व्हाइट हाउस को पहले से सूचना दी गई थी. अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि उन्हें तब जानकारी मिली जब मिसाइलें हवा में उड़ान भर चुकी थीं, जिससे कोई प्रतिक्रिया संभव नहीं थी.
नेतन्याहू का स्पष्टीकरण
इस विवाद के बीच, नेतन्याहू के कार्यालय ने स्पष्ट किया कि दोहा में हुआ हमला पूरी तरह से स्वतंत्र इजरायली कार्रवाई थी. उनके बयान के अनुसार, व्हाइट हाउस की व्याख्या सही है. इजरायल ने इस हमले की योजना बनाई, उसे अंजाम दिया और इसकी पूरी जिम्मेदारी ली है.
कतर को ट्रंप का आश्वासन
ट्रंप ने कतर को दिया भरोसा
ट्रंप ने इस कार्रवाई से दूरी बनाते हुए कतर को आश्वस्त किया कि अमेरिका उसके साथ खड़ा है. जब उनसे पूछा गया कि क्या नेतन्याहू ने वादा किया है कि कतर पर दोबारा हमला नहीं होगा, तो ट्रंप ने कहा कि वह कतर पर हमला नहीं करेंगे. दोहा एक बेहतरीन सहयोगी है, जिसे कई लोग समझते नहीं हैं.
रुबियो का बयान: कतर की भूमिका
इस बीच, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने यरूशलम में नेतन्याहू के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कतर संघर्ष को हल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. उन्होंने कहा कि कतर गाजा में बंधक बनाए गए 48 लोगों की रिहाई, हमास को कमजोर करने और गाजावासियों के लिए बेहतर भविष्य की दिशा में योगदान दे सकता है.
नेतन्याहू का कड़ा संदेश
हालांकि, नेतन्याहू ने संकेत दिया कि वे हमास नेताओं पर दुनिया के किसी भी हिस्से में कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेंगे. उन्होंने कहा कि हम जहां भी हमास नेताओं को पाएंगे, वहां कार्रवाई करने का अधिकार रखते हैं. उल्लेखनीय है कि अक्टूबर 2023 से गाजा पर जारी इजरायली हमलों में हजारों लोग मारे जा चुके हैं, और पूरी आबादी विस्थापन और भुखमरी जैसी गंभीर मानवीय त्रासदी का सामना कर रही है.