खनुआ बाजार में ज्वेलरी दुकान में चोरी, पुलिस की निष्क्रियता पर व्यापारियों का आक्रोश
खनुआ बाजार में एक ज्वेलरी दुकान में चोरी की घटना ने व्यापारियों में आक्रोश पैदा कर दिया है। चोरों ने लाखों रुपये के जेवरात चुरा लिए, लेकिन 30 घंटे बाद भी पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की। व्यापारियों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही कार्रवाई नहीं हुई, तो वे आंदोलन करेंगे। इस घटना ने क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है।
Jul 7, 2025, 18:46 IST
खनुआ बाजार में चोरी की घटना
– खनुआ बाजार में ज्वेलरी शॉप में चोरी, 30 घंटे बाद भी एफआईआर नहीं
– पुलिस की निष्क्रियता पर व्यापारियों में आक्रोश, आंदोलन की चेतावनी
महराजगंज :: खनुआ बाजार के कोतवाली क्षेत्र में बीती रात चोरों ने एक स्वर्ण आभूषण की दुकान को निशाना बनाते हुए शटर तोड़कर लाखों रुपये के जेवरात चुरा लिए। इस घटना ने पूरे क्षेत्र के व्यापारियों में दहशत और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है।
सबसे चिंताजनक बात यह है कि घटना के 30 घंटे बाद भी सोनौली पुलिस ने अब तक कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया है, जिससे व्यापारियों में गहरा रोष है।
जानकारी के अनुसार, नौतनवा बाजार के स्वर्ण व्यवसायी निखिल कुमार वर्मा (पुत्र प्रभुनाथ वर्मा) ने शनिवार शाम को अपनी दुकान बंद कर घर लौटे। रविवार सुबह पड़ोसियों ने उन्हें सूचित किया कि दुकान का शटर टेढ़ा है। जब वह मौके पर पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि शटर तोड़ा गया था और दुकान की अलमारी क्षतिग्रस्त थी। उसमें रखा लगभग ₹1.5 लाख मूल्य का सोने का आभूषण चोरी हो चुका था।
व्यवसायी ने तुरंत सोनौली पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद क्षेत्राधिकारी (सीओ) नौतनवा जयप्रकाश त्रिपाठी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। हालांकि, लिखित शिकायत के बावजूद एफआईआर दर्ज नहीं की गई।
इस पुलिस की निष्क्रियता से नाराज व्यापारियों ने व्यापार मंडल अध्यक्ष सुधांशु वर्मा के नेतृत्व में हरदी डाली बाजार में आपात बैठक कर विरोध जताया। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही मुकदमा दर्ज नहीं किया गया और दोषियों को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो व्यापारी सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे।
व्यापारियों का कहना है कि पुलिस की लापरवाही के कारण अपराधियों के हौसले बढ़ रहे हैं, जिससे उनकी सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं।
इस मामले पर सीओ जयप्रकाश त्रिपाठी ने कहा, “घटना की जांच की जा रही है। जैसे ही जांच पूरी होगी, मुकदमा दर्ज किया जाएगा।”
हालांकि, व्यापारियों का तर्क है कि यह स्पष्ट चोरी का मामला है, फिर भी प्राथमिकी दर्ज न करना प्रशासन की निष्क्रियता का संकेत है।
बैठक में शत्रुघ्न वर्मा, राजेश वर्मा, मनीष वर्मा, जुगल किशोर वर्मा, लालू मद्धेशिया, लाल बहादुर यादव, निर्भय वर्मा, संजय शर्मा, चिनक जायसवाल, परशुराम जायसवाल, विजय, सईद अहमद सहित कई व्यापारी उपस्थित थे।