×

गाज़ा में संघर्ष के बाद फिलिस्तीनी नागरिकों की स्थिति

गाज़ा में दो साल के संघर्ष के बाद, फिलिस्तीनी नागरिक बुनियादी आवश्यकताओं की कमी का सामना कर रहे हैं। हाल के इस्राइली हमलों में कई नागरिकों की जान गई है, जबकि संयुक्त राष्ट्र ने 69 कंपनियों को मानवाधिकारों के उल्लंघन में शामिल किया है। जानें इस संकट की पूरी कहानी और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया के बारे में।
 

गाज़ा में बुनियादी ज़रूरतों की कमी

गाज़ा में लगभग दो वर्षों के रक्तरंजित संघर्ष के बाद, फिलिस्तीनी लोग अपनी बुनियादी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए जूझ रहे हैं। इस युद्ध ने क्षेत्र को बुरी तरह प्रभावित किया है और आवश्यक वस्तुओं की भारी कमी हो गई है। गाज़ा शहर से विस्थापित 35 वर्षीय खालिद अबू अल्बा ने कहा कि हम केवल जीवित रहने के लिए आवश्यक चीज़ें चाहते हैं, लेकिन अल-मवासी में हमारे पास वह भी नहीं है। 50 वर्षीय उम यूसुफ अल-शायर ने बताया कि यह क्षेत्र अत्यधिक भीड़भाड़ वाला हो गया है, क्योंकि लाखों फिलिस्तीनी यहाँ शरण ले रहे हैं।


इस्राइली हमलों में बढ़ती मौतें

गाज़ा में इस्राइली अटैक से 17 की मौत

गाज़ा में इस्राइल के हालिया हमलों में 17 फिलिस्तीनी नागरिकों की जान चली गई, जिनमें 10 बच्चे और 3 महिलाएं शामिल हैं। ये हमले उस समय हो रहे हैं जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस्राइल और हमास के बीच संघर्ष को समाप्त करने के लिए दबाव बढ़ रहा है। गाज़ा के देइर अल-बलाह क्षेत्र में गुरुवार तड़के इस्राइल ने घरों और टेंटों पर हवाई हमले किए। संयुक्त राष्ट्र महासभा में भी गाज़ा के हालात पर चर्चा की गई।


संयुक्त राष्ट्र की काली सूची

दर्जनों कंपनियों को UN ने किया ब्लैकलिस्ट

संयुक्त राष्ट्र ने 69 कंपनियों को उन संस्थाओं की काली सूची में शामिल किया है, जिन पर कब्जे वाले पश्चिमी तट में इज़राइली बस्तियों के साथ व्यावसायिक संबंधों के माध्यम से फ़िलिस्तीनी मानवाधिकारों के उल्लंघन में सहयोग का आरोप है। इस सूची में निर्माण सामग्री और मशीनरी विक्रेताओं के साथ-साथ सुरक्षा, यात्रा और वित्तीय सेवाएं प्रदान करने वाली कई कंपनियाँ शामिल हैं।