गाजा में बच्चों के कुपोषण की गंभीर स्थिति: संयुक्त राष्ट्र का अध्ययन
गाजा में कुपोषण का संकट
इजराइल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष के कारण गाजा में भोजन की भारी कमी हो गई है, जिससे पांच साल से कम उम्र के लगभग 54,600 बच्चे कुपोषण का शिकार हो गए हैं। इनमें से 12,800 से अधिक बच्चे गंभीर रूप से प्रभावित हैं। यह जानकारी संयुक्त राष्ट्र के एक नए अध्ययन में सामने आई है।
फलस्तीनी शरणार्थियों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने वाली संस्था ‘यूएन रिलीफ एंड वर्क्स एजेंसी फॉर पैलेस्टाइन रिफ्यूजीज इन द नियर ईस्ट’ के अनुसार, अगस्त 2023 तक गाजा में छह महीने से लेकर पांच साल तक के लगभग 16 प्रतिशत बच्चे जानलेवा कुपोषण का शिकार थे।
कुपोषण के प्रकार और उपचार
इस जानलेवा कुपोषण को अत्यधिक दुर्बलता (वेस्टिंग) कहा जाता है, जिसमें लगभग चार प्रतिशत बच्चे गंभीर दुर्बलता का शिकार हैं। इस स्थिति के उपचार के लिए विशेष पोषण वाले भोजन की आवश्यकता होती है, और कभी-कभी अस्पताल में भर्ती होना भी आवश्यक हो सकता है।
यह अध्ययन, जो बुधवार को द लैंसेट पत्रिका में प्रकाशित हुआ, गाजा में भुखमरी से प्रभावित बच्चों पर किया गया अब तक का सबसे व्यापक अध्ययन है। यह जनवरी 2024 से अगस्त 2023 के बीच गाजा के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों पर लगभग 2,20,000 बच्चों की जांच पर आधारित है।
विशेषज्ञों की राय
अध्ययन की मुख्य वैज्ञानिक डॉ. मासाको होरिनो ने कहा कि गाजा पट्टी में हजारों प्री-स्कूल आयु के बच्चे गंभीर कुपोषण का शिकार हैं, जिसे रोका जा सकता था। इन बच्चों के लिए मृत्यु का खतरा बढ़ गया है।
कोलंबिया विश्वविद्यालय की जेसिका फान्जो, स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के पॉल वाइज और पाकिस्तान की आगा खान विश्वविद्यालय के जुल्फिकार भुट्टा ने इस अध्ययन को कुपोषण के कुछ सबसे निर्णायक सबूतों में से एक बताया है।
इजराइल का प्रतिक्रिया
इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने 7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले के बाद शुरू हुए युद्ध के दौरान भुखमरी की खबरों को खारिज किया है। उन्होंने कहा कि ये खबरें हमास द्वारा फैलाया गया झूठ हैं। हालांकि, विशेषज्ञ और सहायता समूह लंबे समय से यह दावा कर रहे हैं कि इजराइल द्वारा गाजा में भोजन और सहायता की आपूर्ति पर लगाई गई पाबंदियों और लगातार सैन्य हमलों के कारण बच्चे और गर्भवती महिलाएं भुखमरी का सामना कर रही हैं।