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गुजरात में मानसून की वापसी, नवरात्र से पहले बारिश का अलर्ट

गुजरात में नवरात्रि के आगमन से पहले मानसून फिर से सक्रिय हो रहा है। मौसम विभाग ने 22 सितंबर तक बारिश का अलर्ट जारी किया है। वडोदरा और अन्य जिलों में बारिश की संभावना है। इस वर्ष सामान्य से 28% अधिक बारिश हुई है, जिसका कारण ला नीना प्रभाव बताया जा रहा है। जानें और किन जिलों में बारिश की संभावना है और आज का मौसम कैसा रहेगा।
 

गुजरात में मौसम का हाल

गुजरात मौसम: नवरात्रि के आगमन से पहले, गुजरात में एक बार फिर मानसून सक्रिय हो रहा है। मौसम विभाग ने 22 सितंबर तक राज्य में बारिश की चेतावनी जारी की है। गुरुवार को वडोदरा और उसके आस-पास के क्षेत्रों में बारिश हुई, जिससे तापमान में भी परिवर्तन आया है। तेज बारिश के साथ हवा की गति 40 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। इस बीच, देश के अन्य हिस्सों में भी मानसून की वापसी ने भारी तबाही मचाई है।


गुजरात के विभिन्न जिलों में बारिश की संभावना

IMD द्वारा जारी नवीनतम मौसम अपडेट के अनुसार, 22 सितंबर तक उत्तर गुजरात के गांधीनगर, अरावली, खेड़ा, अहमदाबाद, आनंद, पंचमहल, दाहोद और महिसागर जिलों में हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। इसके अलावा, दक्षिण गुजरात के वडोदरा, छोटा उदेपुर, नर्मदा, भरूच, सूरत, तापी, नवसारी, वलसाड और केंद्र शासित प्रदेश दमन तथा दादरा-नगर हवेली में भी बारिश की संभावना जताई गई है।


सौराष्ट्र क्षेत्र में बारिश की संभावना

सौराष्ट्र क्षेत्र के सुरेंद्रनगर, राजकोट, जामनगर, पोरबंदर, जूनागढ़, अमरेली, भावनगर, मोरबी, द्वारका, गिर सोमनाथ, बोटाद और दीव जिलों में भी बारिश हो सकती है। जबकि अन्य जिलों में मौसम सामान्य रहने की उम्मीद है।


आज का मौसम कैसा रहेगा?

गुजरात में आज दिन के समय बादल छाए रहेंगे। कुछ स्थानों पर शाम तक बादल बने रह सकते हैं। अधिकतम तापमान 34-36 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है, जबकि न्यूनतम तापमान 25-26 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहेगा। हालांकि, राज्य में उमस अधिक होने के कारण दिन में गर्मी का अनुभव अधिक होगा।


इस साल गुजरात में बारिश का रिकॉर्ड

मौसम विभाग के अनुसार, इस वर्ष गुजरात में पिछले कुछ वर्षों की तुलना में सामान्य से 28% अधिक बारिश हुई है। कुल मिलाकर, राज्य में 107% तक बारिश दर्ज की गई है। इस वर्ष के मानसून पर ला नीना प्रभाव का असर देखा जा रहा है, जिसके कारण सामान्य से अधिक वर्षा हो रही है।