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गुड़गांव रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास: नई सुविधाओं के साथ होगा तैयार

गुड़गांव रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास कार्य तेजी से चल रहा है, जिसमें नए भवन का निर्माण किया जा रहा है। इस परियोजना के तहत स्टेशन के पुराने ढांचे को ध्वस्त कर एक नौ मंजिला इमारत बनाई जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कार्य का शिलान्यास किया था, और इसे पूरा करने में लगभग तीन साल का समय लगेगा। जानें इस परियोजना की लागत, नई सुविधाओं और निर्माण की प्रक्रिया के बारे में।
 

गुड़गांव रेलवे स्टेशन का नया रूप


गुड़गांव रेलवे स्टेशन का पुनर्निर्माण: हरियाणा के गुड़गांव में रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास तेजी से चल रहा है। इस परियोजना के तहत पुराने ढांचे को ध्वस्त कर एक नया भवन बनाया जा रहा है। वर्तमान में तीन मंजिलों का ढांचा तैयार हो चुका है, और चौथी मंजिल पर कार्य जारी है। प्रत्येक मंजिल पर निर्माण कार्य तीन स्तरों में किया जाएगा। 

नई नौ मंजिला इमारत लोहे के मजबूत पिलरों पर आधारित होगी। स्टेशन के अधीक्षक कक्ष को छोड़कर अन्य स्थानों पर कार्य चल रहा है। अधीक्षक कक्ष के बाहर लोहे के पिलर लगाए जा रहे हैं, और इसे अंतिम चरण में ध्वस्त किया जाएगा।

इस इमारत में ट्रेन संचालन से संबंधित सभी यांत्रिक उपकरण रखे गए हैं। अन्य स्थानों पर व्यवस्था होने के बाद इन मशीनों को स्थानांतरित किया जाएगा, जिसके बाद इस भवन को भी ध्वस्त किया जाएगा। इस परियोजना में 300 से अधिक श्रमिक कार्यरत हैं। स्टेशन के अंदर और बाहर दोनों स्थानों पर निर्माण कार्य चल रहा है।

शिलान्यास का इतिहास

गुड़गांव रेलवे स्टेशन का कायाकल्प अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 फरवरी 2024 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस परियोजना का शिलान्यास किया था।

नई इमारत का निर्माण दिल्ली की विरेंद्र कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा किया जा रहा है, और इसे पूरा करने में लगभग तीन साल का समय लगेगा। इस परियोजना पर लगभग 300 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। स्टेशन की नई बिल्डिंग में स्थानीय संस्कृति और वास्तुकला की झलक देखने को मिलेगी, साथ ही यात्रियों के लिए आधुनिक सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी।

महत्वपूर्ण जानकारी

  • रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास में अनुमानित लागत 300 करोड़ रुपये है।
  • गुड़गांव रेलवे स्टेशन का नया भवन तीन साल में तैयार होगा।
  • नए भवन की पहली मंजिल पर यात्रियों के लिए विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
  • छठी मंजिल का उपयोग वाणिज्यिक उद्देश्यों के लिए किया जाएगा, जिसमें कैफेटेरिया जैसी सुविधाएं शामिल होंगी।
  • तीन मंजिल रेलवे के कार्यों के लिए उपयोग की जाएंगी।
  • एयर कानकोर्स की चौड़ाई 50 मीटर होगी।